कीव रूस ने गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे यूक्रेन पर हमला बोल दिया। रूसी सैनिक अब यूक्रेन की राजधानी कीव में घुस चुके हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 40 यूक्रेनी सैनिक और 10 नागरिक मारे जा चुके हैं। वहीं, यूक्रेन ने रूस के 50 सैनिकों को मारने और 6 फाइटर जेट्स-टैंक्स तबाह करने का दावा किया। रूस तीन तरफ से यूक्रेन पर हमले कर रहा है।
उधर, यूक्रेन में भारतीय राजदूत ने कहा है कि कीव में इंडियन एम्बेसी बंद नहीं होगी। यह पहले की तरह काम करती रहेगी। वहीं, विदेश राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा- विदेश मंत्रालय यूक्रेन से छात्रों सहित लगभग 18,000 भारतीयों को वापस लाने के लिए कदम उठा रहा है। यूक्रेन में हवाई क्षेत्र बंद है इसलिए भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।
इधर, नई दिल्ली में यूक्रेन एम्बेसडर मीडिया के सामने आए और PM नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई। अमेरिका और यूरोपीय यूनियन (EU) भी सैन्य और आर्थिक हमले की तैयारी में जुट गए हैं। EU प्रेसिडेंट उर्सला ने कहा- रूस की इकोनॉमी को तबाह कर दिया जाएगा।
पुतिन का ऐलान और फौरन हमला
इसके पहले, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने नेशनल टेलीविजन पर हमले का ऐलान किया। कहा- रूस और यूक्रेन के बीच किसी ने भी दखल दिया तो अंजाम बहुत बुरा होगा। उनका इशारा अमेरिका और NATO फोर्सेज की तरफ था। बयान के 5 मिनट बाद ही यूक्रेन की राजधानी कीव समेत कई प्रांतों में 12 धमाके हुए। कीव पर मिसाइल अटैक भी हुआ। वहां एयरपोर्ट बंद कर दिया गया। इस कदम के चलते यूक्रेन में फंसे भारतीयों के रेस्क्यू मिशन भी रोकना पड़ा। यूक्रेन गई एअरइंडिया की फ्लाइट डेंजर जोन अलर्ट के चलते लौट आई है।
हमला कहां और कैसा
यूक्रेन ने कहा- हम पर तीन तरफ से…रूस, बेलारूस और क्रीमिया बॉर्डर की ओर से हमला हुआ है। लुहांस्क, खारकीव, चेरनीव, सुमी और जेटोमिर प्रांतों में हमले जारी हैं। रूस की ग्राउंड फोर्सेस यूक्रेन में घुस गईं और वहां कई गांवों पर कब्जा कर लिया। रूस के कमांडो पैराट्रूपर्स यूक्रेन के मिलिट्री इंस्टॉलेशन्स के करीब उतरकर इनको अपने कब्जे में ले रहे हैं। यूक्रेन का दावा है कि उसने रूस के 50 सैनिक मार गिराए हैं। इसके 6 फाइटर जेट्स और 4 टैंक्स तबाह कर दिए हैं।
किसका क्या रुख
अमेरिका: प्रेसिडेंट बाइडेन ने कहा- रूस के खिलाफ दुनिया को एकजुट हो जाना चाहिए। हम किसी भी कीमत पर दुनिया को तबाह नहीं होने देंगे। रूस ने खुद बातचीत का रास्ते बंद किए हैं।
EU : यूरोपीय यूनियन कमीशन की प्रेसिडेंट उर्सला वान डेर लिन ने पहली बार सामने आकर रूस को खुली धमकी दी है। लिन ने कहा- अब जवाब देने का वक्त आ गया है। अब हम रूस की इकोनॉमी को टारगेट करेंगे। उसकी इकोनॉमी को इतना कमजोर कर देंगे कि वो मिलिट्री मॉर्डनाइजेशन तो क्या बहुत जरूरी चीजों के लिए भी तरस जाएगा। पूरे यूरोप में रूसी एसेट्स और बैंक अकाउंट्स फ्रीज किए जा रहे हैं। इस मामले में हम पूरी तरह अमेरिका और अपने दूसरे सहयोगियों की मदद कर रहे हैं।
NATO : नाटो के मिलिट्री चीफ ने कहा- यूक्रेन हमारे संगठन का सदस्य नहीं है। लिहाजा, हम उसकी सीधी सैन्य मदद नहीं कर सकते। लेकिन, इसके अलावा कई रास्ते हैं और यूक्रेन को इनके जरिए सहायता पहुंचाई जा रही है।
यूक्रेन की अपील : यूक्रेन के दिल्ली में एम्बेसेडर ने भारत के PM नरेंद्र मोदी से इस मामले में दखल देने की अपील की है। यूक्रेन के एम्बेसेडर ने कहा- भारत ने हमेशा सही बात का पक्ष लिया है। हम उम्मीद करते हैं कि प्राइम मिनिस्टर मोदी इस मामले को सुलझाने और हमारे लोगों की जान बचाने में मदद करेंगे। भारत और यूक्रेन के बीच पुराने रिश्ते हैं। प्रधानमंत्री मोदी का दुनिया में रसूख है। उन्हें पुतिन से बातचीत करना चाहिए।
मारिपोल में यूक्रेन के एक मिलिट्री इंस्टॉलेशन को रूस की मिसाइलों ने तबाह कर दिया है।