जमशेदपुर, 1 नवंबर (रिपोर्टर) : आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में ऑटो एंसिलियरी बनाने से कंपनी की शुरुआत कर देश-विदेश में कई प्लांट संचालित करनेवाले आरएसबी ग्लोबल के प्रबंध निदेशक एसके बेहरा ने बताया कि फिलहाल कंपनी विस्तार की कोई योजना तो नहीं, लेकिन कोरोना में सुधार होने के उपरांत आगामी वित्तीय वर्ष मेक्सिको में विस्तार की योजना पर कार्य हो रहा है. मैक्सिको में बाजार की मांग देखते हुए वहां निवेश करने का निर्णय लिया गया है. मैक्सिको में बाजार की मांग देखते हुए वहां निवेश करने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण उत्पादन लगभग 25 प्रतिशत तक पहुंच गई थी, स्थिति में सुधार के साथ-साथ कंपनी का उत्पादन भी 65 प्रतिशत तक पहुंची है. उम्मीद है आगामी दिनों और सुधार होगा और इसमें बढ़ोत्तरी के साथ ही मेक्सिको योजना को धरातल पर उतारा जाएगा. वे आज बिष्टुपुर स्थित एक होटल में पत्रकारों से वार्ता कर कर रहे थे. ज्ञात हो कि श्री बेहरा कुछ माह पूर्व कोरोना से बुरी तरह संक्रमित हो गये थे. काफी दिनों तक टाटा मोटर्स में इलाजरत रहने के उपरांत वे इस कठिन बीमारी को मात देकर लौटे हैं. इसके बाद पहली बार वे पत्रकारों से रु-ब-रु थे.
श्री बेहरा ने कहा कि भविष्य में इलेक्ट्रॉनिक गाडिय़ों की है. आनेवाले दस सालों में इसकी मांग काफी अधिक होने की उम्मीद है. आरएसबी भी इसकी मांग को देखते हुए इसपर अपना फोकस कर रही है. कंपनी अब इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स भी बनाने की तैयारी कर रही है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार को चीन पर निर्भरता कम करने की दिशा में प्रयास करना चाहिये. इसके लिये सर्वप्रथम चीन से आयात होनेवाले उत्पादों की सूची सार्वजनिक कर देश के उद्योगों में इसे निर्माण करनेवालों को सुविधा देनी चाहिये. इससे प्रथमत: उन उत्पादों का खर्च कम होगा और यहां के लोगों को रोजगार मिलेगा. साथ ही यहां से अन्य देशों में निर्यात करने के इच्छुक उद्योगों को सुविधा देने की जरुरत है.
आदित्यपुर में पद्मावती अस्पताल जल्द होगा शुरु
श्री बेहरा ने जानकारी दी कि आरएसबी ग्रुप द्वारा आदित्यपुर टॉल ब्रिज के समीप बनाये जा रहे पद्मावती अस्पताल का जल्द शुभारंभ होगा, जिसका लाभ कोल्हान के लोगों को मिलेगा. यहां प्रथम चरण में 250 से 300 बेड का अस्पताल होगा. उनका उद्देश्य इलाज के माध्यम से लोगों की सेवा करना है.
दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को भी नहीं निकाला
कोरोनाकाल में जहां रोजगार को लेकर जहां चारों ओर हाहाकार मचा हुआ था, आरएसबी ने मजदूरों की समस्या समझते हुए किसी को भी नौकरी से नहीं निकाला. बल्कि दैनिक वेतनभोगी मजदूरों पर उनकी खास नजर रही. कंपनी के एचआर को खास निर्देश दिया गया था कि उनकी हर समस्याओं का निदान करे. इस दौरान उनके वेतन का 70 प्रतिशत भुगतान किया गया. यही कारण है कि आज भी कंपनी के कोई मजदूर नौकरी छोडक़र अन्यत्र जाना नहीं चाहते.
बेहतर इलाज के लिये टाटा मोटर्स का आभार
श्री बेहरा ने संक्रमित होने के दौरान इलाज करनेवाले चिकित्सक तथा विशेषकर टाटा मोटर्स का आभार जताया. अपने संबोधन में उन्होंने कई बार टाटा मोटर्स अस्पताल प्रबंधन तथा उनका इलाज करनेवाले चिकित्सक व नर्सों की मेहनत तथा केयरिंग का उल्लेख किया. उन्होंने बताया कि वे 14 अप्रैल (इसदिन उनका जन्मदिन भी है) को संक्रमित पाये गये थे. इसके बाद वे सीधे टाटा मोटर्स अस्पताल में भर्ती हो गये. 23 अप्रैल को उनकी स्थिति अत्यंत ही खराब हो गई, लेकिन भगवान का शुक्र है कि उनके चाहनेवालों की प्रार्थना भगवान ने स्वीकार कर लिया और ऐसी क्रिटिकल स्थिति से बाहर आ सके. इस दौरान उन्हें कई दौर से गुजरना पड़ा. वे जिस वार्ड में थे, वहां कई लोग संक्रमित होकर आये जरुर, लेकिन घर नहीं लौट पाये. यह उनका सौभाग्य था कि चिकित्सक, नर्स तथा वार्ड बॉय ने उनकी बेहतर देखभाल की और वे 3 मई को सकुशल घर लौटे. लेकिन इस महामारी ने उनके बड़े भाई को उनसे छीन लिया, जिसका गम उन्हें जीवन भर रहेगा.
पेट्रोल को जीएसटी के दायरे में लाना चाहिये
श्री बेहरा ने पेट्रोल की बढ़ती कीमत पर सरकार को सुझाव दिया कि इसे जीएसटी के दायरे में लाना चाहिये. हालांकि यह पूरी तरह राज्य सरकार का सहमत होना जरुरी है. उन्होंने कहा कि चूंकि पेट्रोल व डीजल से सरकार को सीधा पैसा मिलता है, जो सरकार चलाने में सहायक होता है.