भोपाल। मध्य प्रदेश के रीवा जिले से कोरोना की सबसे दर्दनाक खबर सामने आई है। रीवा का जाने माने किसान धर्मजय सिंह की मंगलवार रात कोरोना से मौत हो गई। दुख की बात ये है कि उनका परिवार इलाज पर 8 करोड़ रुपए खर्च कर चुका था लेकिन फिर भी वह नहीं बच सके। धर्मजय सिंह रीवा ही नहीं प्रदेश और देश के जाने-माने किसान थे। धर्मजय सिंह ने स्ट्राबेरी और गुलाब की खेती को विंध्य में विशिष्ट पहचान दिलाई थी। जिसके चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 26 जनवरी 2021 को उन्हें सम्मानित किया था।
दरअसल धर्मजय सिंह पिछले साल अप्रैल 2021 में कोरोना संक्रमित हुए थे। शुरू में उन्हें रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी हालात लगातार बिगड़ती जा रही थी। जिसके बाद परिवार के लोगों ने उनको एयर लिफ्ट करके चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां उनका करीब 254 दिन से लगातार इलाज चल रहा था।
जानकारी मिली है कि उनके इलाज के लिए लंदन के डॉक्टर मॉनिटरिंग कर रहे थे। उनको देखने लंदन से मशहूर डॉक्टर अपोलो अस्पताल आया करते थे।उन्हें एक्मो मशीन पर रखा गया था। इसी कड़ी में कई विदेशी डॉक्टर ऑनलाइन भी उनकी हालत पर ट्रीटमेंट की सलाह देते थे।
वहीं करीब एक साल तक चले इलाज के दौरान उनके परिवार ने अपनी 50 एकड़ जमीन को भी बेच दिया। क्योंकि रोजाना उनके इलाज पर 3 लाख रुपए खर्च होते थे। लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी उनकी जान नहीं बच सकी। धर्मजय सिंह के पास 100 एकड़ से ज्यादा जमीन थी।
आपको बता दें कि धर्मजय सिंह रीवा ही नहीं प्रदेश और देश के जाने-माने किसान थे। धर्मजय सिंह ने स्ट्राबेरी और गुलाब की खेती को विंध्य में विशिष्ट पहचान दिलाई थी। जिसके चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 26 जनवरी 2021 को उन्हें सम्मानित किया था। वह खेती के साथ-साथ समाज सेवा के लिए भी जाने जाते थे। जानकारी मिली है कि कोरोना काल में लोगों की सेवा करते समय संक्रमित हुए थे।
धर्मजय के बड़े भाई प्रदीप सिंह ने उनके बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उनकी हालात में लगातार सुधार हो रहा था। लेकिन एक सप्ताह पहले अचानक उनका बीपी लो गया। जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें आईसीयू में भर्ती कर दिया। जिसके बाद उन्हें ब्रेन हेमरेज हो गया था। और जिसके चलते उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा। एक समय वो पूरी तरह से ठीक हो गए थे। लेकिन अब वह दुनिया को अलविदा कह गए।