गाजियाबाद, 3 जनवरी, नये साल की यूपी में शुरुआत दुखद रही। गाजियाबाद में रविवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां मुरादनगर के श्मशान में अंतिम संस्कार के दौरान गैलरी की छत गिरने से कई लोग दब गए। इनमें 18 की मौत हो गई, 24 घायल हैं। ये सभी बारिश से बचने के लिए छत के नीचे खड़े थे। जिस शख्स का दाह संस्कार चल रहा था, हादसे में उनके एक बेटे की भी मौत हुई है।
मेरठ की डिविजनल कमिश्नर अनीता सी मेश्राम ने बताया कि अब तक 17 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है। 38 लोगों को रेस्क्यू किया गया है।
ढाई महीने पहले ही बनी थी गैलरी
बताया जाता है कि श्मशान घाट पर मुरादनगर के फल कारोबारी जयराम का अंतिम संस्कार किया जा रहा था। जयराम का 65 साल की उम्र में निधन हो गया था। अंतिम संस्कार के दौरान सभी लोग गेट
से सटी गैलरी में खड़े थे। इसी दौरान यह हादसा हो गया। ढाई माह पहले ही यहां गैलरी बनाई गई थी।
लोगों का आरोप है कि गैलरी बनाने में घटिया मटेरियल का इस्तेमाल हुआ था। मौके पर मौजूद जयराम के पोते देवेंद्र ने बताया कि उसके दादा का अंतिम संस्कार किया जा रहा था। बाकी लोग दूर खड़े
होकर देख रहे थे। इसी दौरान छत गिर गई। इससे वहां ख?े सभी लोग दब गए। देवेंद्र ने बताया कि हादसे में उनके चाचा की भी मौत हो गई है। एक चचेरा भाई मलबे के नीचे दबा हुआ है। हादसे में
उनके पिता भी घायल हो गए।
मृतकों के परिवारों को सरकार 2-2 लाख की मदद देगी
हृष्ठक्रस्न की टीम रेस्क्यू में जुटी है। बारिश की वजह से रेस्क्यू में परेशानी आ रही है। मृतकों में 3 की पहचान हो गई है। इनके नाम योगेंद्र, बंटी और ओंकार थे। ये संगम विहार और मुरादनगर के रहने
वाले थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मरने वालों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक मदद देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मंडलायुक्त मेरठ और एडीजी मेरठ जोन से घटना की रिपोर्ट मांगी है।