‘रेमल’ भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है. IMD के अनुसार रविवार आधी रात तक बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटों पर दस्तक देने का अनुमान है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक चक्रवात रेमल आज आधी रात को पश्चिम बंगाल के तटों और बांग्लादेश से टकराएगा. फिलहाल कोलकाता शहर के कुछ हिस्सों में बारिश हो रही है. चक्रवात को लेकर बंगाल के राज्यपाल ने लोगों से सतर्क रहने की सलाह दी है. साथ ही SOP का पालन करने का आग्रह किया. राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने कहा कि वह स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और इससे निपटने के लिए के लिए राज्य और केंद्रीय विशेषज्ञों के साथ लगातार संपर्क में हैं. वहीं दिल्ली में पीएम मोदी ने भी इस चक्रवात से निपटने की तैयारियों को लेकर एक समीक्षा बैठक की.
चक्रवात के कारण पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में और कोलकाता के आसपास के क्षेत्रों में भारी भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. चक्रवात के कारण अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों क्षेत्रों में लगभग 394 फ्लाइट्स हवाईअड्डे से संचालित नहीं होंगी.
वहीं, हावड़ा के शालीमार रेलवे स्टेशन पर चक्रवात ‘रेमल’ के पहुंचने से पहले एहतियात के तौर पर एक रेलकर्मी ट्रेन को जंजीरों से ट्रैक से बांधता हुआ दिख रहा है. हावड़ा मेंम बारिश जारी है और इसका असर ट्रैफिक पर देखने को मिल रहा है. तस्वीर में दिख रहा है कि एक रेल कर्मी रेलवे ट्रैक पर बैठा है और उसके हाथ में जंजीर और ताला है, जिससे वह पटरी से ट्रेन को लॉक कर रहा है.
पूर्वी रेलवे ने रविवार रात 11 बजे से सोमवार सुबह छह बजे तक सियालदह दक्षिण और बारासात-हसनाबाद खंड में ट्रेन सेवाओं को एहतियातन निलंबित कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप कई लोकल ट्रेन रद्द कर दी गईं. दक्षिण पूर्व रेलवे ने भी रविवार को कांडारी एक्सप्रेस और रविवार और सोमवार को दीघा से आने-जाने वाली कुछ रेल रद्द कर दी हैं.
IMD ने पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों में 26-27 मई को अत्यधिक भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है. असम और मेघालय में भी अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका है.
उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व मेदिनीपुर, कोलकाता, हावड़ा और हुगली जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया गया है.
कोलकाता स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह में भी चक्रवात के पूर्वानुमान के कारण रविवार शाम से 12 घंटे के लिए माल और कंटेनर प्रबंधन परिचालन निलंबित रहेगा.
आईसीजी ने हल्दिया, फ्रेजरगंज, पारादीप और गोपालपुर में खोज और बचाव अभियानों के लिए आपदा राहत दलों के अलावा पोत और विमान भी तैयार रखे हैं.
कोलकाता एयरपोर्ट के अधिकारियों ने चक्रवात ‘रेमल’ के संभावित प्रभाव के कारण रविवार दोपहर से 21 घंटे के लिए उड़ान संचालन निलंबित करने का फैसला किया है. इससे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें मिलाकर कुल 394 उड़ान प्रभावित होंगी. कोलकाता स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह में भी चक्रवात के पूर्वानुमान के कारण रविवार शाम से 12 घंटे के लिए माल एवं कंटेनर प्रबंधन परिचालन निलंबित रहेगा.
चक्रवात रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक उत्तरी बंगाल की खाड़ी में सागर द्वीप से 240 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में स्थित था और इस दौरान 90-100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं और उनका वेग 110 किलोमीटर प्रति घंटे था. यह मॉनसून से पहले के मौसम में बंगाल की खाड़ी में आने वाला पहला चक्रवात है.
मौसम कार्यालय ने पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों में 26-27 मई को अत्यधिक भारी वर्षा होने चेतावनी जारी की है. असम और मेघालय में भी अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका है. मणिपुर, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा में 27-28 मई को भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है.
उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व मेदिनीपुर, कोलकाता, हावड़ा और हुगली जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया गया है. उत्तर और दक्षिण 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर जिलों में अत्यधिक भारी बारिश की आशंका के कारण इन क्षेत्रों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है. नादिया और मुर्शिदाबाद जिलों में भी 27-28 मई को भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है.
पूर्वी रेलवे ने रविवार रात 11 बजे से सोमवार सुबह छह बजे तक सियालदह दक्षिण और बारासात-हसनाबाद खंड में ट्रेन सेवाओं को एहतियातन निलंबित कर दिया है जिसके परिणामस्वरूप कई लोकल
ट्रेन रद्द कर दी गईं. दक्षिण पूर्व रेलवे ने भी रविवार को कांडारी एक्सप्रेस और रविवार एवं सोमवार को दीघा से आने-जाने वाली कुछ रेल रद्द कर दी हैं.
बांग्लादेश ने प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ से निपटने की तैयारियों के तहत रविवार को जोखिम वाले इलाकों के निवासियों की निकासी का अभियान शुरू कर दिया. चक्रवाती तूफान के रविवार शाम या आधी तक पहुंचने की आशंका है जिससे देश के तटीय जिलों सतखीरा और कॉक्स बाजार क्षेत्र में समुद्र में ऊंची लहरें उठने और भारी बारिश होने की संभावना है.
सुंदरवन के प्रत्येक ब्लॉक में 12 राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया दल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया दल पहले से ही तैयार हैं. संदेशखाली हिंगलगंज क्षेत्र पर अतिरिक्त ध्यान है. %B