Chandil,25 Feb: सरायकेला खरसावां जिला सीमांत पुरुलिया जिला के कलाकारों ने छऊ नृत्य से विश्व को मोहित किया है। प्रति वर्ष सरायकेला खरसावां व पुरुलिया जिला के दर्जनों कलाकर विभिन्न देशों के रंगमंच पर छऊ की प्रस्तुति देते हैं और देश की शान बढ़ाते हैं। इस कड़ी में इसमें एक नया इतिहास जुड़ गया है। पुरुलिया जिला के कोटशिला थाना अंतर्गत बामनिया गांव के रहने वाले अंतर्राष्ट्रीय छऊ कलाकार भुवन कुमार को केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय से 2021 में चयनित संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार मिला। कलाकार भुवन कुमार ने गुरुवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन के प्लेनरी हॉल में महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कर कमलों से पुरस्कार प्राप्त किया।
इस सम्मान से पुरुलिया जिला सहित चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के लोगों ने शुक्रवार को खुशी का इजहार किया। बामनिया गांव के लोगों ने अबीर गुलाल लगाकर नाचते गाते हुए जमकर जश्न मनाया। भुवन कुमार ने कारगिल युद्ध विजय पर छऊ दृश्य का सृजन किया। यह नृत्य पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार व उड़ीसा में काफी लोकप्रिय हुआ। इस दृश्य की लोकप्रियता पर भुवन कुमार को राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चयनित किया गया। भुवन कुमार ने कहा कि यह सम्मान मेरे जीवन की सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि मुझे मेरे पिता ने छऊ नृत्य सिखाया है. मैं क्षेत्र के अन्य कलाकारों के साथ छऊ नृत्य करता था। प्रख्यात छऊ कलाकार, लेखक व शिक्षक कार्तिक गोस्वामी ने कहा कि मुझे खुशी है कि भुवन बाबू ने पश्चिम बंगाल का प्रतिनिधित्व किया है। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में ऐसे 100 कलाकारों को पुरस्कार मिलेगा। भारत सरकार के इस सम्मान से हजारों युवाओं को छऊ नृत्य करने की प्रेरणा मिलने की उम्मीद है। स्थानीय निवासी स्वपन कुमार ने कहा कि छऊ जगत में राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त करना पुरुलिया के लिए बहुत बड़ा सम्मान है।