जमशेदपुर, 27 फरवरी (रिपोर्टर): रुस व यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध से भय के माहौल में यूक्रेन में रह रही जमशेदपुर की बेटी राशिका खेमका जल्द शहर आयेगी. रविवार की सुबह वह यूक्रेन से 40 अन्य मेडिकल के छात्र व छात्राओं के साथ रवाना होकर मोलडोवा पहुंच गई है. एक-दो दिनों उनलोगों को नई दिल्ली लाया जाएगा वहां से वह रांची के रास्ते जमशेदपुर पहुंचेगी. राशिका के परिजनों को भी अब राहत मिली है.
साकची बाराद्वारी निवासी संजय खेमका उद्यमी हैं. उन्होंने अपनी पुत्री राशिका खेमका को मेडिकल की पढ़ाई के लिए यूके्रन भेज रखा है. वह यूके्रन में ओडेशा नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है. वह एमबीबीएस के पांचवें वर्ष में है. रविवार की सुबह करीब 11 बजे यूनिवर्सिटी प्रबंधन की ओर से 40 छात्र व छात्राओं को विदेश मंत्रालय के निर्देशानुसार बस से मोलडोवा के लिए रवाना किया गया. रविवार की देर शाम सभी छात्र व छात्राएं 250 किलोमीटर सफर कर मोलडोवा पहुंच गए हैं. बताया जाता है कि एम्बेसी ने उनलोगों के लिए रात में रुकने का प्रबंध कर दिया है. अगले दिन उन्हें किसी एयरपोर्ट पर लाया जाएगा. जहां नई दिल्ली आएंगे. इसके बाद सभी बच्चे अपने-अपने घर के लिए रवाना होंगे. परिजनों के अनुसार ओडेशा से चार-पांच किलोमीटर पर रुस के बमबारी की लगातार राशिका जानकारी दे रही थी जिससे उनलोगों के बीच दहशत का माहौल था. उन्होंने कहा कि राशिका के यूक्रेन से बाहर निकलने से अब उनलोगों को भी राहत मिली है