पूरी दुनियां में कृषि पैदावार बेहतर करने की अलख जगा रहे रणवीर चंद्रा, रिसर्च एंड इंडस्ट्री माइक्रोसॉफ्ट के एमडी हैं जमशेदपुर में पले बढ़े रणवीर

जमशेदपुर 8 जनवरी: पूरी दुनिया खासकर भारत में कृषि के क्षेत्र में पिछले लगभग एक दशक से काम कर रहे रिसर्च एंड इंडस्ट्री माइक्रोसॉफ्ट के प्रबंध निदेशक एवं माइक्रोसॉफ्ट एग्रीफूड के सीईओ रणवीर चंद्रा ने बारामाती (महाराष्ट्र) में आयोजित भारत के सबसे बड़े कृषि एक्सपो ‘क्रूषिक-2023’ का पिछले दिनों उद्घाटन किया. जमशेदपुर में जन्मे पले बढ़े रणवीर चंद्रा ने वहां अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि किस तरह कृषि एवं तकनिकी विशेषज्ञता के सहयोग से पैदावार बढ़ाई जा सकती है. कृषि विज्ञान केन्द्र, बारामती द्वारा आयोजित इस आयोजन में कृषि क्षेत्र में देश के विभिन्न हिस्सों में कार्य करनेवाली एजेंसियों ने हिस्सा लिया. पूर्व केन्द्रीय मंत्री एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार की देखरेख में पिछले कई सालों से यहां इस तरह के आयोजन किये जा रहे हैं. उच्च तकनीक पर यहां खास जोर रहा. 170 एकड़ क्षेत्र में खाद, बीज एवं कृषि से संबंधित अन्य चीजों की प्रदर्शनी लगाई गई.
एलएफएस जमशेदपुर से स्कूलिंग करने के बाद आईआईटी खडग़पुर से इंजीनियरिंग करनेवाले रणवीर चंद्रा ने बताया कि पूरी दुनिया में इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि भविष्य में खेती को और तकनीकी रुप से किस तरह बेहतर बनाया जाए, ताकि खाद्य संकट पैदा न हो. पैदावर अधिक से अधिक हो. रणवीर चंद्रा आज जमशेदपुर स्थित अपने आवास विजया ग्रीन अर्थ डिमना रोड में बातचीत में बताया कि अभी पूरी दुनिया में 10 एकड़ से अधिक भूखंड क्षेत्र पर काम किया जा रहा है, मगर वे अब उस तकनीक पर काम कर रहे हैं, जिसमें एक हेक्टेयर से कम की जमीन को बेहतर कृषि योग्य बनाया जाए. रणवीर चंद्रा ने बताया कि उनका पैतृक गांव भागलपुर बिहार है और उन्होंने लंबा समय गांव में भी बिताया है. गर्मियों की छुट्टियों में गांव में रहकर उ्न्होंने गरीबी को काफी नजदीक से देखा है. इसलिये वे चाहते हैं कि खासकर बिहार के कृषि को और बेहतर बनाने के लिये काम करें. उन्होंने कहा कि अत्याधिक यूरिया के उपयोग के कारण जमीन काफी खराब हो गई है. विशेषज्ञों का मानना है कि पंजाब में यूरिया का सबसे अधिक उपयोग होता है और वहां की मिट्टी सबसे अधिक खराब है. उस मिट्टी को और कैसे बेहतर किया जाए, इस तकनीक पर काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि तकनीक अकेला कुछ नहीं कर सकता. हमें बिजनेस मॉडल-पॉलिसी मॉडल भी तैयार करना होगा. दुनिया के अलग-अलग देशों में इस मुद्दे पर रणवीर चंद्रा लगातार अपने व्याख्यान और प्रेजेंटेशन देकर कृषि के क्षेत्र में एक बड़ी क्रांति लाने का प्रयास कर रहे हैं. रणवीर चंद्रा के पिता रमेश चंद्र तिवारी टाटा मोटर्स के अवकाशप्राप्त अधिकारी हैं, जो फिलहाल अपने अनुज गोपाल चंद्र तिवारी के साथ विजया ग्रीन अर्थ, डिमना रोड में प्रवास करते हैं. रणवीर चंद्र चार दिनों के भारत दौरे पर हैं. कल रात ही वे जमशेदपुर आये और सोमवार की सुबह वापस दिल्ली होते हुए अमेरिका लौट जाएंगे.

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