राममंदिर निर्माण शुरू होने के साथ ही रामजन्मभूमि परिसर सहित अयोध्या की सुरक्षा का नया प्लान तैयार किया जा रहा है। इसी को लेकर एडीजी जोन एसएन साबत अयोध्या दौरे पर पहुंचे और रामजन्मभूमि परिसर का निरीक्षण किया। उसके बाद रामघाट स्थित मानस भवन में अधिकारियों के साथ बैठक कर नए सिरे से सुरक्षा प्लान पर मंथन किया। बैठक में विराजमान रामलला व निर्माण स्थल की सुरक्षा को लेकर रणनीति बनी है।
राममंदिर निर्माण को लेकर 21 व 22 जनवरी को अयोध्या में हुई राममंदिर निर्माण समिति की बैठक में रामजन्म भूमि की सुरक्षा को लेकर चर्चा हुई थी। बैठक में तैयार किए गए प्लान के अंतिम रूप देने की कवायद तेज हो गई है। इसी क्रम में रविवार को एडीजीजोन एसएन साबत अयोध्या पहुंचे और रामजन्मभूमि परिसर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद मानस भवन में अधिकारियों के साथ बैठक कर अस्थायी मंदिर में विराजमान रामलला व राममंदिर निर्माण स्थल की सुरक्षा को लेकर चर्चा की गई।
अयोध्या को वॉच टॉवर व सीसीटीवी कैमरों से लैस किया जा रहा है। रामलला विराजमान की सुरक्षा को और कड़ा किया जाएगा। अस्थायी मंदिर की सुरक्षा में अर्धसैनिक बलों की टुकड़ी और बढ़ाई जा रही है। साथ ही रामजन्मभूमि परिसर को नो-फ्लाइंग जोन घोषित करने की भी तैयारी है। राममंदिर निर्माण शुरू होने पर सतर्कता बढ़ेगी।
मंदिर निर्माण में लगने वाले प्रत्येक मजदूर व इंजीनियर आदि का सत्यापन कर उन्हें पहचानपत्र दिया जाएगा। बैठक में डीआईजी/एसएसपी दीपक कुमार, एसपीसिटी विजयपाल सिंह, एसपी सुरक्षा पंकज पांडेय, सीओ अयोध्या राजेश राय सहित सुरक्षा से जुड़े अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
भक्तों की सुविधा पर विशेष ध्यान
अयोध्या व रामजन्मभूमि की सुरक्षा के साथ-साथ रामलला के भक्तों की सुविधा पर भी शासन-प्रशासन का ध्यान है। बैठक में शामिल एसपी सिटी विजयपाल सिंह ने बताया कि बैठक में रामजन्मभूमि परिसर की सुरक्षा तो सख्त हो ही रही है, हमारा ध्यान रामलला के भक्तों की सुविधा पर भी है। रामलला के भक्तों की भीड़ तेजी से बढ़ रही है, इसको देखते हुए नया दर्शन मार्ग बनाने पर विचार चल रहा है। बताया कि बैठक में आगामी पंचायत चुनाव को लेकर भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। दिल्ली बम धमाके के बाद भी सुरक्षा बढ़ाई गई है।