NEW DELHI 28 MAY 15 राज्यों की 57 सीटों पर राज्यसभा चुनाव होने जा रहे हैं. 15 राज्यों की 57 राज्यसभा सीटों पर 10 जून को वोट डाले जाएंगे. बीजेपी, कांग्रेस समेत कई क्षेत्रीय पार्टियां राज्यसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए रणनीति बना रही है. 31 मई तक नामांकन पत्र दाखिल करने का वक्त है. 1 जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी. तो वही 3 जून तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकते हैं.
राज्यसभा चुनाव 2022 को लेकर 10 जून को सुबह 9 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक वोट डाले जाएंगे. वोटो की गिनती का काम इसी दिन शाम 5 बजे से शुरु कर दिया जाएगा. 24 मई को इस संबंध में अधिसूचना जारी की गई थी. बता दें कि राज्यसभा की 245 सीटों में से इस साल 21 जून से 1 अगस्त के बीच 15 राज्यों की 57 राज्यसभा के सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है.
राज्यसभा की 57 सीटों पर चुनाव
देश में मौजूदा समय में राज्यसभा में बीजेपी के 95 मेंबर हैं जबकि कांग्रेस के 29 सदस्य हैं. राज्यसभा में उत्तर प्रदेश के लिए सबसे अधिक 31 सीटें हैं. इनमें से 11 राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल 4 जुलाई को खत्म हो रहा है. महाराष्ट्र और तमिलनाडु के 6-6 सदस्यों का कार्यकाल खत्म हो रहा है. बिहार से 5 राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल खत्म होने वाला है. तो वहीं आंध्रप्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान से राज्यसभा के 4-4 सदस्यों का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है.
मध्यप्रदेश और ओडिशा से राज्यसभा के 3-3 सदस्यों का कार्यकाल खत्म हो रहा है. छत्तीसगढ़, तेलंगाना, झारखंड, पंजाब और हरियाणा से राज्यसभा के 2-2 सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. पंजाब में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार बनने के बाद यहां की दोनों सीटों पर AAP के उम्मीदवार कब्जा जमा सकते हैं.
किस राज्य में राज्यसभा की कितनी सीटों पर चुनाव?
उत्तर प्रदेश – 11
महाराष्ट्र – 6
तमिलनाडु – 6
बिहार – 5
आंध्रप्रदेश – 4
राजस्थान – 4
कर्नाटक – 4
ओडिशा – 3
मध्यप्रदेश – 3
तेलंगाना – 2
छत्तीसगढ़ – 2
झारखंड – 2
पंजाब – 2
हरियाणा – 2
उत्तराखंड – 1
राज्यसभा चुनाव में कौन लेता है हिस्सा?
राज्यसभा में अधिकतम 250 सदस्यों का प्रावधान है. इनमें 238 मेंबर वोटिंग से चुने जाते हैं जबकि 12 सदस्य राष्ट्रपति की ओर से नामित किए जाते हैं. राज्यसभा के चुनाव में राज्यों की विधानसभा के विधायक भाग लेते हैं. इस चुनाव में राज्यों की विधान परिषद के मेंबर वोटिंग नहीं करते हैं और ना ही आम आदमी वोट डालता है. देश के उच्च सदन राज्यसभा में हर दो साल में से एक तिहाई सदस्यों का कार्यकाल समाप्त होता है.