जल्द ही महंगा होने वाला है आपका रेल सफर
: क्या आप विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन चाहते हैं. अगर हां, तो आपको कुछ अतिरिक्त पैसे खर्च करने होंगे. यह लंबे समय से चर्चा की जा रही है कि एयरपोर्ट जैसी रेलवे स्टेशनों पर सुविधा पाने के लिए उपभोक्ताओं को डेवलपमेंट फीस का भुगतान करना होगा. मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इसके लिए रेल मंत्रालय ने कैबिनेट नोट भी जारी किया है. इसका मतलब साफ है कि रेलवे जल्द ही यूजर डेवलपमेंट फीस यानी यूडीएफ को लागू करने को लेकर कदम उठाने जा रहा है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि नीति आयोग से चर्चा के बाद यूडीएफ को लागू करने को लेकर कैबिनेट नोट जारी किया गया. फरवरी के पहले हफ्ते में रेल मंत्रालय और नीति आयोग यूडीएफ फॉमूले को लागू करने को लेकर सहमत हुए हैं.
महंगा होगा रेल सफर
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों से यूजर डेवलपमेंट फीस वसूलने के लिए अगले महीने यानी मार्च में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में प्रस्ताव को पास किया जाएगा. इसके बाद इस फॉमूले को लागू किया जाएगा. इसका मतलब यह हुआ कि अगली दफा आप रेल टिकट बुब कराने जाएंगे, तो आपसे यूजर डेवलपमेंट फीस वसूली जाएगी, जो आपके रेल किराए को महंगा कर देगा.
क्या हर किसी को यूडीएफ देना होगा
अब यहां पर सवाल यह भी पैदा होता है कि क्या हर किसी से देश के किसी भी स्टेशन पर यूजर डेवलपमेंट फीस वसूली जाएगी. इसका जवाब है नहीं. यह केवल उन स्टेशनों पर लागू होगा, जिसे निजी कंपनियों द्वारा पुनर्निर्माण, सौंदर्यीकरण और आसानी से आवागमन के लायक बनाया जाएगा. अब अगर आप नए तरीके से विकसित स्टेशनों से सफर की शुरुआत करेंगे, तब आपको यूजर डेवलपमेंट फीस का भुगतान करना होगा.
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विजय कुमार यादव के अनुसार, देश के करीब 700 से 1000 रेलवे स्टेशनों पर सवारियों से यूजर डेवलपमेंट फीस की वसूली की जाएगी. उनके अनुसार, पहले चरण में देश के 62 रेलवे स्टेशनों को पुनर्विकसित प्रक्रिया शुरू करने के लिए चिह्नित किया गया है. इसमें नई दिल्ली, मुंबई, नागपुर, इंदौर और चंडीगढ़ के रेलवे स्टेशन शामिल हैं.
कैसे और कितनी वसूली जाएगी यूडीएफ
अब एक सवाल यह भी उठता है कि रेलवे स्टेशनों पर सवारियों से यूजर डेवलेपमेंट फीस कैसे और कितनी वसूली जाएगी. एक अनुमान के अनुसार, रेल से सफर करने वाले यात्रियों से यूजर डेवलेपमेंट फीस के रूप में करीब 30 से 40 रुपये की वसूली की जाएगी. इसके अलावा, यात्रा करने वाली श्रेणी के अनुसार यूडीएफ तय की जाएगी. इसका मतलब यह हुआ कि एसी फर्स्ट क्लास के लिए यूडीएफ एसी-2 और एसी-3 टीयर से कहीं अधिक होगी. सूत्रों के अनुसार, जेनरल बॉगी में सफर करने वाले सवारियों से यूडीएफ की वसूली नहीं की जाएगी. सबसे बड़ी बात यह है कि चिह्नित स्टेशनों पर न केवल पैसेंजर टिकटों पर यूडीएफ की वसूली की जाएगी, बल्कि इन स्टेशनों पर बिकने वाले प्लेटफॉर्म टिकट लेने पर भी इसकी वसूली की जाएगी.
आम आदमी पर नहीं बढ़ेगा बोझ
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विजय कुमार यादव के अनुसार, देश के विकसित रेलवे स्टेशनों पर यूजर डेवलेपमेंट फीस वसूले जाने का आम आदमी की जेब पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि इस छोटी सी फीस से सवारियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने में सहूलियत होगी. कई स्टेशनों के पुनर्निर्माण के लिए बोलियां आमंत्रित की जाने लगी हैं. सरकार निर्धारित स्टेशनों पर यूजर डेवलपमेंट फीस वसूली के लिए जल्द से जल्द अधिसूचना जारी करना चाहती है, ताकि अधिक से अधिक निजी कंपनियां बोली की प्रक्रिया में शामिल हो सके.