:एंटीकोलिजन सिस्टम नहीं था;
भुवनेश्वर/
ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम हुए रेल हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 305 हो गई है। 900 से ज्यादा लोग घायल हैं। हादसा बालासोर के बहानगा बाजार स्टेशन के पास शुक्रवार शाम करीब 7
बजे हुआ। न्यूज एजेंसी ने रेलवे के हवाले से जानकारी दी है कि ट्रेनों के बीच टक्कर रोकने वाला कवच सिस्टम इस रूट पर मौजूद नहीं था।
हादसे के 23 घंटे बाद यानी शनिवार शाम 6 बजे तक रेल मंत्री या रेलवे मिनिस्ट्री ने हादसे की वजहों पर कुछ नहीं कहा। मंत्री से लेकर अफसर तक जांच कराने की बात दोहराते रहे। इधर न्यूज एजेंसी ने
सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि सिग्नल फेल होना भी हादसे की वजह हो सकता है।
रेलवे बोर्ड के मेंबर ने शनिवार (3 जून) को बताया कि कोरोमंडल एक्सप्रेस (Coromandel Express) में 1257 रिजर्व यात्री बैठे थे जबकि 1039 रिजर्व यात्री बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस में थे.
उन्होंने बताया कि अपलाइन में कोरोमंडल एक्सप्रेस फुल स्पीड से आ रही थी और स्टेशन पर रुकना नहीं था. जबकि डाउनलाइन में बेंगलुरु-हावड़ा यशवंतपुर एक्सप्रेस आ रही थी और हावड़ा की ओर जा रही थी. कॉमन लूप में मालगाड़ी खड़ी थी. ग्रीन सिग्नल कोरोमंडल एक्सप्रेस को मिली थी. कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतर गई. इसके कुछ डिब्बे मालगाड़ी से टकराए और कुछ डिब्बे यशवंतपुर एक्सप्रेस से टकराए जिसके बाद हादसा हुआ.
रेलवे बोर्ड के मेंबर ने आगे बताया कि हादसे की वजह कोरोमंडल का पटरी से उतरना है जिसकी वजह से बाकी दोनों ट्रेन चपेट में आईं. . अभी तक जो रेलवे को जानकारी दी गई है उसके अनुसार 600 से ज्यादा घायल हैं. भद्रक से रिलीफ मेडिकल वेन साइट पर 8:30 बजे आ चुकी थी. एनडीआरएफ की टीम को भी 8:30 बजे सूचित किया गया और उसी वक्त पहुंच गई.
पहले ट्रेन डिरेल होने की खबर आई, फिर टकराने की जानकारी मिली
हादसे के एक घंटे बाद शाम को करीब 8 बजे बालासोर में एक ट्रेन के पटरी से उतरने की खबर आई। इसके बाद दूसरी ट्रेन डिरेल होने की बात पता चली। रात करीब 10 बजे साफ हुआ कि दो यात्री गाड़ियां
और एक मालगाड़ी टकराई हैं। शुरुआत में 30 लोगों के मारे जाने की जानकारी थी, लेकिन देर रात यह आंकड़ा 200 के पार पहुंच गया।
पहले ट्रेन डिरेल होने की खबर आई, फिर टकराने की जानकारी मिली
हादसे के एक घंटे बाद शाम को करीब 8 बजे बालासोर में एक ट्रेन के पटरी से उतरने की खबर आई। इसके बाद दूसरी ट्रेन डिरेल होने की बात पता चली। रात करीब 10 बजे साफ हुआ कि दो यात्री गाड़ियां
और एक मालगाड़ी टकराई हैं। शुरुआत में 30 लोगों के मारे जाने की जानकारी थी, लेकिन देर रात यह आंकड़ा 200 के पार पहुंच गया।
एक ट्रेन मालगाड़ी से टकराई, सामने से आई दूरंतो इसकी बोगियों से भिड़ी
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि बहानगा बाजार स्टेशन की आउटर लाइन पर एक मालगाड़ी खड़ी थी। हावड़ा से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस यहां डिरेल होकर मालगाड़ी से टकरा गई। एक्सप्रेस का
इंजन मालगाड़ी पर चढ़ गया और बोगियां तीसरे ट्रैक पर जा गिरीं। कुछ देर बाद तीसरे ट्रैक पर आ रही हावड़ा-बेंगलुरु दुरंतो ने कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियों को टक्कर मार दी। नीचे मोशन ग्राफिक्स के
जरिए समझिए हादसा कैसे हुआ…
PM मोदी घटनास्थल पर पहुंचे, घायलों से भी मिले
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार शाम करीब 4 बजे घटनास्थल पहुंचे। वे अस्पताल में घायलों से भी मिले। उन्होंने कहा कि दुर्घटना का जो भी दोषी है, उसे बक्शा नहीं जाएगा। हर तरह की जांच के निर्देश दिए
हैं। हम इस घटना से सबक लेंगे और व्यवस्था को सुधारेंगे। PM ने घायलों की मदद करने वालों को शुक्रिया कहा। इधर, रेलवे ने अलग-अलग स्टेशन पर हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।
इमरजेंसी कंट्रोल रूम: 6782262286
हावड़ा: 033-26382217
खड़गपुर: 8972073925, 9332392339
बालासोर: 8249591559, 7978418322
कोलकाता शालीमार: 9903370746