कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेठी से चुनाव नहीं लड़ेंगे ।सूत्रों के अनुसार अमेठी के बजाय राहुल गांधी को रायबरेली से उम्मीदवार बनाया जा रहा है ।इसके साथ ही एक और बड़ी खबर यह है कि प्रियंका गांधी इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगी।अमेठी से कांग्रेस किसे अपना प्रत्याशी बनाएगी इस पर सबकी नजर टिकी है।इसके पहले यह खबर आई थी कि भारतीय जनता पार्टी वरुण गांधी को रायबरेली से उम्मीदवार बनाना चाहती है। पार्टी ने इस बार उन्हें पीलीभीत से टिकट नहीं दिया था और इस बात की अटकने लगाई जा रही थी कि वह पार्टी से नाराज चल रहे हैं लेकिन बाद में यह खबर आई की पार्टी ने उन्हें रायबरेली से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है। सूत्रों के अनुसार वरुण गांधी ने एक सप्ताह का समय मांगा था और एक सप्ताह के बाद उन्होंने रायबरेली से चुनाव लड़ने से मना कर दिया ।उस समय यह खबर आ रही थी कि रायबरेली से प्रियंका गांधी चुनाव लड़ सकती है। अब यूपी की राजनीति में राहुल गांधी की एक बार फिर से एंट्री होने जा रही है जिससे यहां का चुनावी माहौल और गर्म रहेगा। 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को हरा दिया था और उस समय राहुल गांधी ने वायनाड से भी पर्चा भरा था और वहां से जीत कर वे लोकसभा पहुंचे थे।माना जाता है कि कांग्रेस को पहले से इस बात का अंदेशा हो गया था कि अमेठी से राहुल गांधी चुनाव हार सकते हैं इसलिए उन्होंने वायानाड की सुरक्षित मानी जाने वाली सीट से अपना नामांकन किया था ।राजनीतिक जानकार यह मान रहे थे कि उत्तर प्रदेश से गांधी परिवार के किसी सदस्य के चुनाव नहीं लड़ने से कांग्रेस के राजनीतिक भविष्य पर उलटा असर पड़ सकता है। इस वजह से गांधी परिवार के किसी सदस्य को अमेठी रायबरेली से चुनाव लड़ना ही चाहिए ।रायबरेली से अब तक सोनिया गांधी सांसद रही है मगर पिछले दिनों में राज्यसभा में चली गई उसके बाद अमेठी को लेकर अटकलें लगाई जा रही थी कि यह सीट प्रियंका गांधी के लिए छोड़ी गई है। आज अमेठी से स्मृति ईरानी अपना नामांकन करने जा रही है। वे पिछले लंबे समय से लगातार राहुल गांधी पर इस बात को लेकर हमलावर रही कि वह अमेठी को जनता को छोड़कर भाग गए। वैसे भी साल 2019 के बाद राहुल गांधी केवल दो बार ही अमेठी गए थे। इसलिए यह लगभग साफ हो गया था कि राहुल गांधी ने अमेठी से लगभग अपना मुंह मोड़ लिया है और अब तो ऐसा प्रतीत हो रहा है कि पहले से सब कुछ तय था कि वह रायबरेली को अधिक सुरक्षित सीट के तौर पर देख रहे हैं ।दो दिन पहले कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक में अमेठी और रायबरेली की सीट से किस उम्मीदवार बनाया जाएगा इसका फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर छोड़ दिया गया था।
पिछले कुछ समय से अमेठी और रायबरेली के बीच स्थित कुशीनगर गेस्ट हाउस को जो गांधी परिवार का गेस्ट हाउस है रंगरोदन कराया जा रहा था और इस बात की अटकने लगाई जा रही थी कि राहुल गांधी चुनाव जरूर लड़ेंगे ।तभी इस गेस्ट हाउस का रंग रोदन हो रहा है। अब यह लगभग साफ हो गया है कि राहुल गांधी अमेठी के बजाय रायबरेली से ही चुनाव लड़ने जा रहे हैं।