Jamshedpur,17 Jan: चांडिल थाना क्षेत्र के नेशनल हाईवे पाटा टोल प्लाजा पर गत 16 फरवरी की शाम को पारडीह काली मंदिर के महंत सह जूना अखाड़ा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विद्यानंद सरस्वती के समर्थकों द्वारा टोल कर्मियों के साथ मारपीट किए जाने की घटना से क्षेत्र के आदिवासियों और मूलवासियों में आक्रोश व्याप्त है। आज शाम को आदिवासी समाज के कतिपय प्रतिनिधियों ने घटना स्थल पर पहुंच कर विद्यानंद सरस्वती और उनके समर्थकों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। मान सिंह मार्डी, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के फुफेरा भैया कपूर बागी, सुकलाल पहाड़िया व रूदिया पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि ज्योतिलाल माहली के नेतृत्व में महंत विद्यानंद सरस्वती का पुतला दहन किया गया और कल की घटना की निंदा की। इस दौरान आदिवासी समुदाय ने महंत विद्यानंद सरस्वती तथा पुलिस प्रशासन के खिलाफ भी नारेबाजी की। मौके पर ज्योतिलाल माहली ने कहा कि आदिवासियों के साथ आदिवासी शासन में पुलिस की मौजूदगी में अत्याचार असहनीय है। उन्होंने कहा कि टोल प्लाजा में गरीब आदिवासी युवक काम करते हैं। उनलोगों के साथ पारडीह काली मंदिर के महंत विद्यानंद सरस्वती के इशारे पर यह सब हुआ। उन्होंने सरकार से मांग की कि निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कानूनी कार्रवाई करें ,अन्यथा आदिवासी समाज जोरदार आंदोलन करेगा.
कपूर बागी ने कहा कि आए दिन आदिवासी व मूलवासियों के साथ प्रशासन व बाहरी असामाजिक तत्वों द्वारा मारपीट करना बहुत ही निंदनीय है। सनातन धर्म व संस्कृति में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। साधु संत शांति का संदेश दे रहें हैं और विद्यानंद सरस्वती व उनके समर्थक हिंसा को बढ़ावा दे रहें हैं। उन्होंने कहा कि सड़क से पार होने वाले राहगीरों के साथ अमानवीय तरीके से मारपीट की गयी है। साधु संतों द्वारा आदिवासी मूलवासियों के साथ मारपीट की घटना की कड़ी निंदा करते हैं। साधु संत के वेश चोला पहने हुए आदिवासी विरोधी असामाजिक तत्वों के विरुद्ध संवैधानिक रूप से जोरदार आंदोलन शुरू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यदि महंत को बिना पैसा दिए ही टोल प्लाजा से गुजरना है तो उन्हें टोल प्लाजा के वरीय अधिकारियों और सरकार से इस सुविधा की मांग करनी चाहिए। न कि टोल प्लाजा में काम कर रहे गरीब आदिवासी मजदूरों के साथ मारपीट करना चाहिए था।
विद्यानंद सरस्वती समेत समर्थक उपद्रवियों के खिलाफ एसटी – एससी के तहत मामला दर्ज कराया जाएगा
टोल प्लाजा के कर्मचारियों के साथ मारपीट तथा उपद्रव मचाने के दौरान वहां से गुजर रहे जरियाडीह निवासी युवक संजय मुर्मु (झारखंड आंदोलनकारी स्वर्गीय बंगाली मुर्मु का पुत्र) को भी बेवजह बेरहमी से पिटाई की गयी ,जबकि वह टोल प्लाजा का कर्मचारी भी नहीं है। वह चांडिल बाजार से लौटने के दौरान वहां पर मौजूद भीड़ को देखकर रुका था और मामले की जानकारी लेने का प्रयास कर रहा था कि इसी दौरान विद्यानंद सरस्वती के समर्थकों ने आव देखा न ताव बस युवक की जमकर पिटाई कर दी। उसकी कमीज को फाड़ कर वहां से मारपीट करते हुए भगाया । इस घटना से आदिवासी समाज आक्रोशित हैं और महंत विद्यानंद सरस्वती तथा उनके समर्थकों के विरुद्ध एसटी – एससी के तहत चांडिल थाना में एफआईआर दर्ज कराएगा. प्रदर्शनकारियों ने बताया कि आदिवासी समाज के प्रबुद्ध लोगों के साथ बैठक की जाएगी औऱ चांडिल थाना पहुंचकर एफआईआर दर्ज कराया जाएगा.