अबतक 150 करोड़ की संपत्ति जब्त
रांची 7 may प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई खान सचिव पूजा सिंघल और उसके करीबियों के खिलाफ दूसरे दिन भी जारी है। पूजा के पति अभिषेक झा के रांची स्थित पल्स हॉस्पिटल में सुबह-सुबह ED के अधिकारी जांच करने पहुंचे। साथ ही देश के 11 ठिकानों पर सर्च जारी है। पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा के सीए सुमन कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है।करप्शन के आरोप में घिर चुकी IAS पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा का पल्स अस्पताल पूरी तरह ईडी के रडार पर है। ईडी के अधिकारियों को संदेह है कि पल्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के जरिए मनी लाउंड्रिंग की जा रही है। ईडी ने अस्पताल से जुड़ी सारी जानकारी हासिल की है। ईडी को आशंका है कि मनी लाउंड्रिंग के लिए मेधांश हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड का गठन इसी लिए किया गया था, बाद में इसे पल्स संजीवनी हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी बनाकर मर्ज कर दिया गया।
भाई और पति के रिश्तेदार हैं डायरेक्टर
पल्स संजीवनी हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड में के एमडी अभिषेक झा हैं। इस कंपनी में पूजा सिंघल के भाई सिद्धार्थ सिंघल, अभिषेक झा की बहन अमिता झा और दीप्ति बनर्जी भी निदेशक हैं। कंपनी बरियातू के आर्किड कांप्लेक्स के पते पर निबंधित है। इसी पते पर मेधांश हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड भी निबंधित है, जिसे कंपनी के साथ 2016 में मर्ज कर दिया गया था। ईडी अधिकारियों के मुताबिक, पल्स संजीवनी हेल्थ केयर और मेधांश हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े कागजात जब्त किए गए हैं। कोलकाता में जिन दो इंट्री ऑपरेटरों के यहां ईडी ने छापेमारी की है, उनके यहां से भी दोनों कंपनियों में पूर्व के कैश ट्रांजेक्शन और मर्जर के बाद के एकाउंट्स की जानकारी ली गई है।
विवादों में रहा है पल्स
बरियातू का पल्स अस्पताल शुरू से ही विवादो में रहा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को शिकायत मिली थी कि अस्पताल भुईंहरी जमीन पर निर्माणाधीन है, जिसके बाद सीएम ने रांची के तत्कालीन डीसी राय महिमापत रे को जांच का आदेश दिया था, लेकिन कोरोना काल के दौरान जांच ठप रही, इसी बीच अस्पताल का निर्माण भी हो गया।
इससे पहले शुक्रवार को 25 ठिकानों पर रेड मारी गई। 16 घंटे तक चली इस कार्रवाई में सिंघल के CA सुमन सिंह के रांची के हनुमान नगर आवास से 19.31 करोड़ कैश मिले हैं। कार्रवाई के दौरान करीब 150 करोड़ की संपत्ति के दस्तावेज भी मिले हैं। टीम ने पूजा के ससुर कामेश्वर झा के मुजफ्फरपुर के घर, दिल्ली में रहने वाले उनके भाई और माता-पिता और सहयोगियों के यहां भी दबिश दी है।
मनरेगा घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कार्रवाई
टीम ने कोलकाता, मुंबई, जयपुर, गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी दबिश दी। देर रात टीम सभी कागजातों को अपने साथ ले गई। खूंटी में हुए मनरेगा घोटाले में ED ने JE रामविनोद सिन्हा को गिरफ्तार किया था। उससे 4.25 करोड़ की संपत्ति भी जब्त हुई थी। उसने बताया था कि DC तक पैसे जाते थे। उस समय पूजा सिंघल खूंटी की DC थीं। माना जा रहा है कि 18 करोड़ रुपए के मनरेगा घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले और माइंस के आवंटन में अनियमितता से जुड़े केस में यह कार्रवाई हुई है।
खान सचिव पूजा सिंघल पर शुक्रवार को हुई ED की कार्रवाई अचानक नहीं हुई। इसकी पृष्ठभूमि पहले से ही तैयार हो गई थी। दरअसल, केंद्र सरकार ने राजभवन से राज्य के दागी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की सूची मांगी थी। ऐसे अधिकारियों की पूरी डिटेल्स देने को कहा गया था। करीब एक महीने पहले राज्य सरकार ने चार अधिकारियों के नाम राजभवन को भेजे थे।
इनमें रांची DC छवि रंजन, ATI निदेशक के. श्रीनिवासन, भवन निर्माण सचिव सुनील कुमार और मनोज कुमार शामिल थे। राजभवन ने अपने स्तर से इस सूची में सात और अधिकारियों के नाम जोड़कर कुल 11 अधिकारियों की सूची केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी थी। राजभवन की ओर से जिन अधिकारियों के नाम सूची में जोड़े गए थे, उनमें सबसे ऊपर पूजा सिंघल का नाम था।
सूत्रों का कहना है कि जल्दी ही कई और अधिकारियों पर ED की कार्रवाई होने की संभावना है। इसमें CMO के एक अफसर और मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले निर्माण कार्य से जुड़े कई विभागों के प्रधान का पद संभाल रहे एक अधिकारी भी शामिल हैं। इसके अलावा बाह्य कोटा से आए एक प्रभावशाली व्यक्ति पर भी ED की कार्रवाई होने की संभावना है।
पूजा सिंघल का आवास।