स्व प्रवीण सिंह की स्मृति में मेगा रक्तदान शिविर , 891 यूनिट रक्त संग्रह, हम अपने कर्मों से मानवीय पहलुओं को यथार्थ कर सकते हैं: अर्जुन मुंडा

आदित्यपुर (रिपोर्टर): समाजसेवी स्व प्रवीण सिंह की याद में प्रवीण सिंह स्मृति सेवा संस्था के द्वारा रविवार को आदित्यपुर स्थित भगवती इन्क्लेव के सामुदायिक भवन में तीसरा मेगा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया. ब्लड बैंक जमशेदपुर के सहयोग से आहूत इस शिविर में कुल 891 यूनिट रक्त संग्रह किया गया. इससे पूर्व शिविर का शुभारंभ आगंतुक अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर व प्रवीण सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पित किया. इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि अदृश्य सेवा कर प्रवीण सिंह जैसा बना जा सकता है, क्योंकि स्व सिंह ने समाज में अपनी जो पहचान बनाई है, उसका उदाहरण आज के रक्तदान शिविर में देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि हम अपने कर्मों से मानवीय पहलुओं को यथार्थ कर सकते हैं. क्योंकि मनुष्य का दायित्व सिर्फ परिवार चलाने के लिए ही नहीं होता है, बल्कि अदृश्य तरीके से सेवा करना चाहिये. इस मौके पर उन्होंने स्व सिंह पुत्र तथा पूर्व विधायक अरविन्द कुमार सिंह के भतीजे अंकुर सिंह को अंग वस्त्र प्रदान कर सम्माानित भी किया. वहीं अंकुर ने भी केन्द्रीय मंत्री को स्मृति चिह्न भेंट कर उनका आर्शीवाद प्राप्त किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के संरक्षक व पूर्व विधायक अरविंद सिंह ने की. इस मौके पर मुख्य रूप से खरसावां के विधायक दशरथ गगराई, टाटा मोटर्स यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते, महामंत्री आरके सिंह, क्षत्रिय समाज के अध्यक्ष शंभूनाथ सिंह, पूर्व विधायक कुणाल षाडंगी, भाजपा जिलाध्यक्ष विजय महतो, शैलेंद्र सिंह, उदय सिंहदेव, गणेश माहली, संजय सरदार, कांग्रेस नेता अजय सिंह, गोड्डा के पूर्व पार्षद प्रवीण सिंह, देवेन्द्र सिंह, विकास सिंह, शिवशंकर सिंह, दिनेश कुमार, चन्द्रशेखर मिश्रा, जिप पार्षद कविता परमार, परितोष सिंह, नीरज सिंह, धर्मेन्द्र कुमार, राकेश सिंह, को ऑपरेटिव कॉलेज के प्राचार्य डॉ अमर सिंह, सत्यप्रकाश व जगदीश नारायण चौबे आदि काफी संख्या में लोग उपस्थित थे.
बीमार होने पर रक्त का मूल्य पता चला: अरविन्द
संस्था के संरक्षक सह पूर्व विधायक अरविन्द कुमार सिंह ने कहा कि जब वे बीमार पड़े थे, तब उन्हें पता चला था कि रक्त का मूल्य क्या होता है. रक्त का कोई मोल नहीं है. मेरे पास सब कुछ था, उसके बावजूद मैंने अपने छोटे भाई प्रवीण सिंह को खो दिया. अब पता चलता है कि दुनिया में कुछ भी नहीं है.
इस मौके पर अरविंद सिंह ने बताया कि प्रवीण सिंह सेवा स्मृति संस्था के द्वारा चांडिल के लोगों को एंबुलेंस की सुविधा प्रदान की गई है. और संस्था आगे भी समाज हित में इस प्रकार का कार्य करती रहेगी.

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