जमशेदपुर। बुधवार को सिखों के गुरु गोविंद सिंह जी का 355 वा प्रकाश पर्व है और झारखंड में पहली बार हुआ है जब सरकारी अवकाश नहीं घोषित किया गया है।
मंगलवार की सुबह ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्वी भारत के प्रभारी सतनाम सिंह गंभीर को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने ट्वीट कर मुख्यमंत्री को दी। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि पौष महीने की अमावस्या के सातवें दिन गुरु गोविंद सिंह जी का प्रकाश पर्व है। देसी महीना के हिसाब से आयोजन होने से अंग्रेजी तिथि में बदलाव होता है और सरकार असमंजस में रहती है। मुख्यमंत्री अथवा सरकार की ओर से सतनाम सिंह गंभीर को कोई जवाब नहीं मिला परंतु गुरुद्वारा कमेटियों की ओर से उनके प्रयास की सराहना की गई।
सतनाम सिंह गंभीर ने साकची गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान हरविंदर सिंह मंटू, माधो सिंह स्कूल के सचिव अवतार सिंह सोय, मानगो गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान भगवान सिंह, टेल्को गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान गुरमीत सिंह तोते, बर्मामाइंस गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान गुरदयाल सिंह, टूइला डूंगरी गुरुद्वारा के ट्रस्टी रंजीत सिंह, टीनप्लेट कमेटी के प्रधान तरसेम सिंह, जुगसलाई कमेटी के कमलजीत सिंह भाटिया से संपर्क कर उन्हें संवैधानिक अधिकारों का प्रयोग करते हुए कल बुधवार को विशेष अवकाश घोषित करने का आग्रह किया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। इसके साथ ही गुरुद्वारा कमेटियों की ओर से बुधवार को विशेष अवकाश घोषित कर दिया गया। पहले भी छुट्टी को लेकर असमंजस की स्थिति रहती थी परंतु सेंट्रल गुरुद्वारा कमेटी के तत्कालीन प्रधान द्वारा राज्य सरकार को लिखित जानकारी देने के बाद अवकाश घोषित हो जाता था।