जमशेदपुर। युवाओं के बाद अब कला के क्षेत्र में लौहनगरी की युवतियां भी झंडे गाड़ रही हैं।शहर की कई युवतियों ने अपने दमदार अभिनय के दम पर बॉलीवुड में धाक जमा चुकीं है। यह सिलसिला जारी है, आए दिन शहर के युवक – युवतियां कला के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त कर रहे हैं। ख्याति प्राप्त करने और शहर का नाम रौशन करने में जमशेदपुर की प्रज्ञा सिंह का नाम भी शामिल हो गया है।
भोपाल में आयोजित चौथे चित्र भारती राष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव में जमशेदपुर की रहने वाली प्रज्ञा सिंह को स्पेशल ज्यूरी अवार्ड सम्मान मिला। भोपाल से सम्मानित होकर शहर लौटने पर युवा कलाकार प्रज्ञा सिंह और उसकी टीम के सदस्यों का जोरदार स्वागत हुआ। मंगलवार शाम टाटानगर स्टेशन पर स्वागत करने तथा सम्मानित करने के लिए कई संस्था पहुंची। मुख्य रूप से झारखंड सांस्कृतिक मंच के सचिव और प्रसिद्ध रंगकर्मी शिवलाल सागर भी टाटानगर स्टेशन पहुंचे और सभी कलाकारों को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।
बता दें कि फ़िल्म “सेरेंगसिया-1837” में प्रज्ञा सिंह ने बेहतरीन निर्देशन दी है। प्रज्ञा के निर्देशन में बनी यह फ़िल्म काफी चर्चाओं में रहीं।
गत 27 मार्च को भोपाल में आयोजित चित्र भारती राष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव में सेरेंगसिया-1837 को नॉमिनेट किया गया था। जहां समारोह में बहुचर्चित फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री के हाथों जमशेदपुर की फ़िल्म निर्देशक प्रज्ञा सिंह को सम्मानित किया गया।
“सेरेंगसिया-1837” का निर्माण जमशेदपुर की बीपीआरए एंटरटेनमेंट के बैनर तले किया गया है। प्रज्ञा सिंह ने बताया कि फ़िल्म महोत्सव के दौरान उन्हें दबंग फिल्म के निर्देशक अभिनव कश्यप के मास्टर क्लास में भी “सेरेंगसिया-1837” निर्माण के ऐतिहासिक कहानी और रिसर्च वर्क के बारे में विस्तार से बताने का मौका मिला था। प्रज्ञा सिंह ने बताया कि यह पल उसके लिए काफी ऐतिहासिक है। उन्होंने कहा कि जो युवा फ़िल्म जगत में भविष्य निर्माण करना चाहते हैं वह पूरी निष्ठा के साथ काम करें।इस अवसर पर रंगकर्मी शिवलाल सागर ने बताया कि प्रज्ञा सिंह समेत टीम के सभी बच्चे उनसे प्रशिक्षण ले चुके हैं और लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। जिससे जमशेदपुर समेत पूरे झारखंड का नाम रोशन हो रहा है। शिवलाल सागर ने सभी कलाकारों से एकाग्रता और ईमानदारी के साथ काम करने का अपील किया।