सरायकेला – खरसावां जिले के चांडिल अंचल अंतर्गत डोबो में एक बड़े वनभूमि पर कथावाचक आचार्य प्रदीप मिश्रा की कथा आयोजित है, जहां 5 फरवरी से पांच दिवसीय कथा – प्रवचन होगी। वनभूमि में इतने बड़े कार्यक्रम के आयोजन के लिए वन प्रमंडल पदाधिकारी सरायकेला ने अनुमति दी है। वन विभाग ने चार शर्तों के साथ आयोजकों को अनुमति प्रदान की है। शर्त है कि वह वनभूमि को किसी तरह की क्षति नहीं पहुंचाई जाए। लेकिन यहां पता चला है कि आयोजकों ने डोजर चलवा कर झाड़ियों समेत कई छोटे छोटे पेड़ पौधों को उजाड़ दिया है। वहीं, वनभूमि पर ही रात के अंधेरे में डीप बोरिंग कर दी है। इस तरह से आयोजकों ने कार्यक्रम से पहले ही वन विभाग के शर्तों की धज्जियां उड़ा दी है।
इधर, स्थानीय डोबो ग्रामसभा ने भी प्रदीप मिश्रा के कथा को लेकर नाराजगी जताई है। ग्रामीणों का कहना है कि बगैर ग्रामसभा की अनुमति के इतने बड़े आयोजन की अनुमति प्रशासन ने कैसे दी है। डोबो ग्रामसभा निगरानी समिति के अध्यक्ष अनूप महतो ने कहा कि हर छोटी छोटी योजनाओं तथा अन्य कार्यक्रमों के लिए प्रशासन द्वारा ग्रामसभा की अनुमति मांगी जाती हैं। किसी भी सरकारी योजनाओं में ग्रामसभा को प्राथमिकता दी जाती हैं। बड़े आयोजनों में भी ग्रामसभा की अनुमति की आवश्यकता होती हैं। लेकिन प्रदीप मिश्रा के कार्यक्रम को लेकर ग्रामसभा की अनुमति नहीं ली गई हैं। इसके लिए आयोजकों के साथ साथ जिला प्रशासन एवं वन विभाग के अधिकारी दोषी है। अनूप महतो ने कहा कि आज शाम ग्रामीण बैठक करेंगे और शिकायत पत्र तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन, वन विभाग तथा आयोजकों के खिलाफ सीधे मुख्यमंत्री चंपई सोरेन से शिकायत करेंगे। इसके लिए ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात का समय मांगा है।
आम तौर पर जमशेदपुर अथवा आसपास के क्षेत्रों में ऐसे बड़े आयोजन होते हैं तो ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन द्वारा तैयारी की जाती हैं। बड़े वाहनों की नो एंट्री का समय निर्धारित होती हैं, वाहनों के रूट बदले जाते हैं। पर, शहर से सटे डोबो में आयोजित प्रदीप मिश्रा के कथा को लेकर अबतक जिला प्रशासन की कोई तैयारी सार्वजनिक नहीं हुई हैं। इन दिनों रांची, धनबाद, बोकारो समेत अन्य बड़े शहरों से जमशेदपुर पहुंचने वाली बड़ी वाहन नेशनल हाईवे से सीधे डोबो – दोमुहानी रोड पकड़ती है। दिन रात बड़े छोटे वाहनों की आवागमन होती हैं। प्रदीप मिश्रा का कथा कार्यक्रम स्थल उक्त सड़क से सटा हुआ है, ऐसे में सड़क पर जाम लगना तय है। वहीं, सड़क दुर्घटना की संभावना बनी रहेगी।