नई दिल्?ली, । पीएम मोदी की फोटो को लेकर विवाद छिड़ गया है। इस बारे में चुनाव आयोग ने चुनाव वाले राज्?यों के पेट्रोल पंपों को निर्देश दिया है कि वे 72 घंटे के भीतर पीएम की फोटोग्राफ वाली होर्डिंग्स को हटा दें। गौर तलब है कि पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और केंद्र शासित प्रदेश पडुचेरी में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत सोमवार को कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली डोज लगवाई, जिसके साथ ही देशभर में वैक्सिनेशन का दूसरा चरण शुरू हो गया, लेकिन इसके साथ ही विवाद भी छिड़़ गया है। दरअसल, कोविड 19 वैक्सीन सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो लगाई गई है, जिसका विपक्षी पार्टियों ने विरोध किया है।
उन्होंने इसे बंगाल सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा का प्रचार करार दिया है। इस विरोध में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) भी पीछे नहीं रही है। टीएमसी के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट कर विरोध जताते हुए कहा कि चुनाव की तारीख घोषित हो चुकी है। ऐसे में प्रधानमंत्री की फोटो कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट में लगाया जाना ठीक नहीं। टीएमसी चुनाव आयोग के समक्ष कड़े तौर पर इस मुद्दे को रखेगी।
गौरतलब है कि कोरोना वैक्सिनेशन के दूसरे चरण के शुरू होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली में कोरोना टीके की पहली खुराक ली थी। इसके साथ ही उन्होंने अन्य लोगों से भी टीका लगवाने की अपील की थी। टीका लगवाने के दौरान पीएम मोदी काफी खुश नजर आए थे और उन्होंने ट्वीट के साथ ही टीका लगवाते हुए अपनी एक तस्वीर भी साझा की थी, जिसमें वह असमिया गमछा पहने मुस्कुराते दिख रहे थे।