भारत-यूएस में अहम डील : नए एच1-बी वीसा नियम, एस्ट्रोनॉट मिशन, खुलेंगे नए कॉन्स्यूलेट, पीएम मोदी का वाशिंगटन डीसी में भव्य स्वागत

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की तीन दिनों की राजकीय यात्रा पर हैं. गुरुवार को पीएम मोदी के दौरे का दूसरा दिन हैं. आज भारत और अमेरिका के बीच कई अहम समझौते हुए. भारत-अमेरिका ने 2024 के लिए संयुक्त अंतरिक्ष यात्री मिशन की घोषणा की है. वहीं, अब भारतीय ल?ाकू विमानों के इंजन भारत में ही बनेंगे. इसके अलावा अमेरिका अपने ॥1क्च वीजा प्रॉसेसिंग में भी बदलाव करने वाला है.
भारत और अमेरिका के बीच हुए कौन से समझौते:-

व्हाइट हाउस ने गुरुवार (22 जून) को कहा कि भारत ने अर्टेमिस संधि में शामिल होने का फैसला किया है और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन 2024 में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए एक संयुक्त मिशन भेजने पर सहमत हुए हैं.
अमेरिका की त्रश्व एयरोस्पेस और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के बीच फाइटर प्लेन के इंजन बनाने का समझौता हो गया है. इसके तहत अब भारतीय ल?ाकू विमानों के इंजन भारत में ही बनेंगे. पहले त्रश्व इन्हें सप्लाई करती थी. त्रश्व ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के समय हुए इस समझौते को ऐतिहासिक बताया है.
व्हाइट हाउस के अधिकारी ने कहा कि अमेरिका ने पिछले साल भारतीय छात्रों को 125,000 वीजा जारी किए हैं. भारतीय छात्र पिछले साल अकेले 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे बड़ा विदेशी छात्र समुदाय बनने के लिए तैयार हैं. वहीं, भारत के साथ राजनयिक संबंधों में एक बड़ा कदम उठाते हुए अमेरिका ॥1क्च वीजा प्रॉसेसिंग में भी बदलाव करने वाला है.
पीएम मोदी और यूएस राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच मीटिंग के दौरान भारत-अमेरिका के बीच राजनयिक मौजूदगी बढ़ाने पर सहमति बनी है. पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे के दौरान गुरुवार को जो बाइडेन प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि अमेरिका लोगों के बीच परस्पर संबंधों को मजबूत करने के लिए भारत के दो शहरों में वाणिज्य दूतावास (ष्टशठ्ठह्यह्वद्यड्डह्लद्ग) खोलेगा. भारत सिएटल में कॉन्स्यूलेट (वाणिज्य दूतावास) खोलेगा. जबकि अमेरिका ने अहमदाबाद और बेंगलुरू में कॉन्स्यूलेट खोलने की बात कही है.
चिप बनाने वाली अमेरिकी कंपनी माइक्रोन टेक्नोलॉजी ने गुजरात में नया सेमीकंडक्टर चिप प्लांट लगाने का ऐलान किया है. इसपर 2.75 बिलियन डॉलर का निवेश किया जाएगा. माइक्रोन का भारत में ये पहला निवेश होगा. इस प्लांट को लगाने के लिए माइक्रॉन टेक्नोलॉजी 825 मिलियन डॉलर निवेश करेगी.
इसके अलावा भारत में एलन मस्क ने भी टेस्ला की फैक्ट्री लगाने की बात कही है. बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद एलन मस्क ने कहा था कि वे इस साल के आखिर तक भारत में टेस्ला फैक्ट्री के लिए लोकेशन फाइनल कर लेंगे. उन्होंने स्टारलिंक को भी भारत लाने की उम्मीद जताई. इससे भारत के दूरदराज के गांवों तक इंटरनेट पहुंचाने में मदद मिल सकती है.

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