पाकिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी ने बोलन में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया. बलूच आर्मी ने सभी यात्रियों को बंधक बनाने का दावा भी किया है. बीएलए के साथ मुठभेड़ में 20 सैन्यकर्मियों की मौत हो गई. ट्रेन सुबह 9 बजे क्वेटा से रवानी हुई थी. बताया जा रहा है ट्रेन की सभी 9 बोगियों में कुल 500 यात्री सवार थे. बलूच लिबरेशन आर्मी ने सभी बच्चों, महिलाओं और बलूच नागरिकों को रिहा कर दिया है. ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार की खबर के मुताबिक, जाफर एक्सप्रेस पर हमला बलूचिस्तान के कच्छी जिले के माच टाउन के आब-ए-गम इलाके के पास हुआ. करीब छह हथियारबंद लोगों ने ट्रेन पर गोलीबारी की, जिससे यात्रियों में दहशत फैल गई.
बीएलए ने ट्रैक को बम से उड़ाया, फिर ट्रेन पर किया कब्जा
बीएलए ने पहले ट्रैक को बम धमाका कर उड़ा दिया, जिससे ट्रेन को रुकना पड़ा. ट्रेन रुकते ही बलूच आर्मी ने सभी यात्रियों को कब्जे में ले लिया.
ट्रेन का चालक गंभीर रूप से घायल
रेलवे अधिकारियों ने पुष्टि की है कि ट्रेन का चालक गंभीर रूप से घायल हुआ है और सहायता के लिए एक आपातकालीन राहत ट्रेन भेजी गई है. रेलवे नियंत्रक मुहम्मद कासिफ ने बताया है कि 9 डिब्बों वाली इस ट्रेन में करीब 500 यात्री सवार थे1 उन्होंने कहा, “ट्रेन को सुरंग संख्या 8 में हथियारबंद लोगों ने रोक दिया.”
बलूच लिबरेशन आर्मी ने जिम्मेदारी ली
उग्रवादी संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) , ने पाकिस्तान रेलवे द्वारा संचालित यात्री ट्रेन, जाफर एक्सप्रेस पर नियंत्रण करने और बलूचिस्तान में सभी यात्रियों को बंधक बनाने की जिम्मेदारी ली है.
यात्रियों को जान से मारने की धमकी
लिबरेशन आर्मी के सदस्यों ने सैन्य कार्रवाई न करने की चेतावनी दी है. कहा गया कि अगर सैन्यकर्मी किसी भी तरह की कार्रवाई करते हैं, तो सभी बंधकों को जान से मार दिया जाएगा.
क्वेटा रेलवे स्टेशन पर हुआ था आत्मघाती हमला
बलूचिस्तान में पिछले एक साल में आतंकवादी हमलों में वृद्धि देखी गई है. नवंबर 2024 में क्वेटा रेलवे स्टेशन पर हुए आत्मघाती धमाके में कम से कम 26 लोग मारे गए थे और 62 अन्य घायल हुए थे. पिछले वर्ष अक्टूबर में पाकिस्तान रेलवे ने डेढ़ महीने से अधिक समय के निलंबन के बाद क्वेटा और पेशावर के बीच रेल सेवाएं बहाल करने की घोषणा की थी.