प्रशासन की नजर सिर्फ गिट्टी बालू तक सीमित
फोटो बालू सिटी
जादूगोड़ा
पूरे झारखंड में अवैध माइनिंग परिवहन पर प्रशासन के द्वारा जोरदार कार्रवाई की जा रही है एवं बड़ी संख्या में मालवाहक गाडियों की धर- पकड़ हो रही है। बिना माइनिंग चालान पकडे गए वाहनों पर प्राथमिकी भी दर्ज की गई है. वही जिला परिवहन पदाधिकारी के द्वारा भी बड़ी संख्या में मालवाहक वाहनों को खासकर ( हाइबा ) को पेपर में कमी के कारण भारी जुर्माना लगाया गया है. इसी में जिन हाइबा में डाला बढाया हुआ है उनपर डाला एक्सटेंशन होने पर भारी जुर्माना लगाया गया है. परिवहन पदाधिकारी द्वारा डाला एक्सटेंशन में लगाए जाने वाले जुर्माना के कारण अधिकतर हाइबा मालिको ने डाला का एक्सटेंशन को कटवा दिया गया है और ओरिजिनल सेफ में कर दिया गया है ताकि वाहनों में ओवरलोड न हो एवं वो अंडरलोड चले ताकि वाहन मालिक जुर्माना से बच सके. वही कुछ थानेदार भी खासकर ग्रामीण क्षेत्र के जिन वाहनों में सभी कागजात माइनिंग चालान होने के बावजूद डाला एक्सटेंशन बताकर वाहनों को थाना में लगवा दे रहे है एवं जिला परिवहन पदाधिकारी द्वारा इन वाहनों से वाहन एक्सटेंशन के कारण मोटा जुर्माना वसूला जाता है । इसके बाद वाहन को थाना से छोड़ा जाता है . यह कार्रवाई भी सिर्फ छोटे मोटे वाहन मालिको तक सिमट कर रह गयी है , जबकि प्रशासनिक मेहरबानी के कारण बड़ेे एवं रसूखदार मालिको ने अभी तक बढे हुए डाला को नहीं कटाया है . उनपर कोई कार्रवाई भी नहीं की जाती . खास बात यह है कि जमशेदपुर शहर में जितने भी हाइबा का पास बनाया हुआ है और वे दिन -दहाड़ेे शहर के अन्दर चलते ह.ै सभी का डाला बढा हुआ है किन्तु उनपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है और रात को 11 बजे नो एंट्री खुलने के बाद जितने भी हाइबा मालगोदाम से कोयला एवं अयस्क ले कर चलते है, सभी का डाला बढा हुआ है लेकिन प्रशासन रसूखदार मालिको पर कार्रवाई करने से बचता रहता है अब इसमें किसका क्या स्वार्थ है यह आसानी से समझा जा सकता है ,
वही हाइबा मालिको ने कहा कि प्रशासन की यह दोतरफा नीति समझ से परे है एक और तो वो ग्रामीण क्षेत्र में डाला एक्सटेंशन पर कड़ी कारवाई एवं जुर्माना लगा रही है वही जमशेदपुर शहर में जहाँ सभी आला अधिकारी रहते है वही ओवरलोडेड वाहन एवं डाला एक्सटेंशन वाहन धड़ल्ले से चल रहे है इसके खिलाफ जिलाधिकारी महोदया से शिकायत किया जायेगा की पूरे जिले में सभी पर एक सामान कार्रवाई की जाए चाहे वह किसी रसूखदार का ही वाहन क्यों न हो 7