New delhi 15 june
विपक्ष की राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी के खिलाफ संयुक्त उम्मीदवार उतारने पर आम सहमति बनाने के लिए कवायद शुरू हो चुकी है. आज इसी सिलसिले में पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) की अध्यक्ष ममता बनर्जी के बुलावे पर विपक्षी नेताओं की बैठक हो रही है. इस बैठक में 17 दलों के नेता पहुंचे हैं. करीब 2 घंटे की बैठक के बाद ममता बनर्जी ने गोपाल गांधी और फारुक अब्दुल्ला का नाम प्रपोज किया। इसके बाद शरद पवार ने भी कहा कि हम नाम पर रायशुमारी कर रहे हैं।
बैठक में शिवसेना और कांग्रेस समेत 16 दल शामिल थे। आम राय यह बनी कि पूरे विपक्ष का एक ही कैंडिडेट होगा।
बैठक में एनसीपी से पार्टी चीफ शरद पवार , प्रफुल्ल पटेल, शिवसेना से प्रियंका चतुर्वेदी, वाम से दीपांकर भट्टाचार्य, आरजेडी से मनोज झा, पीडीपी से पार्टी चीफ महबूबा मुफ्ती, नेशनल कॉन्फ्रेंस से फारूक अब्दुल्ला, कांग्रेस से रणदीप सुरजेवाला मल्लिकार्जुन खड़गे और जयराम रमेश, सपा से पार्टी चीफ अखिलेश यादव, आरएलडी से जयंत चौधरी और डीएमके से टी आर बालू मौजूद हैं.
इन दलों ने बनाई दूरी
के चंद्रशेखर राव की पार्टी टीआरएस, आम आदमी पार्टी, बसपा, वाईएसआर कांग्रेस, बीजेडी और अकाली दल से बैठक में कोई नहीं आया है. सूत्रों के मुताबिक, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) जैसे कुछ दलों को बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया. जो दल नहीं आए हैं उनमें टीआरएस , बीजेडी , आम आदमी पार्टी और अकाली दल ऐसे हैं जिनको आमंत्रित किया गया था.
एनडीए को बढ़त!
सत्तारूढ़ एनडीए के पास निर्वाचक मंडल के लगभग आधे वोट हैं. यदि उसे बीजद, ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) और युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) जैसे दलों का समर्थन मिल जाता है तो उसके उम्मीदवार के राष्ट्रपति चुनाव में जीत सुनिश्चित हो सकती है.
सूत्रों के मुताबिक, विपक्ष द्वारा राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए संयुक्त उम्मीदवार पेश करने की कवायद के बीच कुछ नेताओं ने संभावित विकल्प के तौर पर पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी से संपर्क किया है. गांधी 2017 में उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार थे. हालांकि, वह चुनाव में एम वेंकैया नायडू से हार गए थे.
ममता ने विपक्ष के 8 सीएम सहित 22 नेताओं को चिट्ठी लिखकर बैठक में शामिल होने का अनुरोध किया था। खास बात यह है कि इस बैठक में कांग्रेस भी शामिल हुई। कांग्रेस की ओर से इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल हुए। देश में 18 जुलाई को राष्ट्रपति का चुनाव होना है जिसको लेकर विपक्ष भाजपा के खिलाफ लामबंद हो रहा है।