जमशेदपुर, 9 दिसंबर : रामदास भट्टा रानीकूदर पेट्रोल पंप के सामने टाटा स्टील की कथित रुप से अतिक्रमित जमीन पर अंग्रेजी शराब की एक बड़ी दुकान का खुलना चर्चा में है. शराब की दुकानों का अनुज्ञप्ति निर्गत करने के पहले कई प्रकार के वैध कागजात की जांच से गुजरना पड़ता है. दुकान के निकट आवासीय क्षेत्र और दो पूजा स्थल भी हैं. मुख्य सडक़ पर सरेआम इस दुकान के खुलने से अनुज्ञप्ति निर्गत करने की प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं कि किसकी शह पर कायदे कानून की धज्जियां उड़ाते हुए शराब की यह दुकान खुली? जमीन के साथ कायदे कानून के अतिक्रमण का यह नमूना झारखंड सरकार , टाटा स्टील,उत्पाद व मद्य निषेध विभाग, ज़िला व पुलिस प्रशासन,आदि के कार्य – मुखेर कानून से या विहित संवैधानिक रूल ऑफ लॉ से संचालित होने के बीच पहचान करना मुश्किल करने वाला है। फिर चौक चौराहों पर कब्ज़ा कर मंदिर- मस्जिद बनाने पर हाय तौबा मचाना और कानूनी डंडा चलाने का क्या औचित्य?