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नोएडा नोएडा ट्विन टावर रविवार (28 अगस्?त) को दोपहर के ढाई बजेंगे गिराये जाएंगे।करीब 500 करोड़ की लागत से बने 29 एवं 32 मंजिला ट्वीन टावर को गिराये जाने की तैयारी पूरी है। ढाई बजे सेक्?टर 93 में एक कंट्रोल्ड चेन रिएक्?शन का शुरू होगा। चेतन दत्ता एक ब्लैक बॉक्स से जुड़े हैंडल को कम से कम 10 बार घुमाएंगे। एक लाल बल्?ब जलने-बुझने लगेगा। यह इशारा होगा कि चार्जर दबाने का वक्त आ गया है। दत्ता के हरा बटन दबाते ही उससे जुड़े चार डेटानेटर्स तक इलेक्ट्रिकल वेव्?स पहुंच जाएंगी। अगले नौ सेकेंड्स में धमाके पर धमाके होंगे। सुपरटेक ट्विन टावर्स ताश के पत्?तों की तरह जमींदोज हो जाएंगे। दत्?ता को डिमॉलिशन कंपनी ने वह हरा बटन दबाने को चुना है। बस कुछ सेकेंड और दोनों टावर इतिहास हो जाएंगे। पीछे छूट जाएगा मलबा और कई किलोमीटर तक फैला धूल, धुएं का गुबार। नोएडा के ट्विन टावर को गिराए जाने से जुड़े हर अहम सवाल का जवाब।
नोएडा के इन दो टावर्स की लोकेशन, पास-पड़ोस जान लीजिए
दोनों टावर सेक्?टर 93 में हैं। एपेक्स के दाहिने तरफ 10 मीटर से भी कम दूरी पर एमराल्ड कोर्ट सोसायटी का टावर है। वहीं, सियान के बाएं तरफ एटीएस विलेज सोसायटी का टावर 27 मीटर पर हैं। एपेक्स टावर 32 मंजिल और 102 मीटर का ऊंचा है। सियान 29 मंजिल का है और करीब 95 मीटर की ऊंचाई का है।
ट्विन टावर व आसपास की बसावट
ट्विन टावर के सामने की सडक़ और पार्क पश्चिम दिशा में हैं।
पूरब दिशा पीछे की तरफ है।
दक्षिण पूर्व में एटीएस विलेज और पार्श्वनाथ सोसायटी हैं।
एक्सप्रेसवे दक्षिण में है।
उत्तर में एमराल्ड कोर्ट सोसायटी व गेझा गांव के साथ अन्य सेक्टर हैं।