चांडिल। सरायकेला – खरसवां जिले के नीमडीह क्षेत्र में लगने वाली एस एम स्टील एंड पावर प्लांट के पक्ष में रैयतों ने एकजुटता दिखाई है। रैयतों ने कंपनी लगाने का विरोध करने वाले लोगों का सेंदरा करने की चेतावनी जारी कर दी है। आज नीमडीह के गौरडीह में रैयतों ने विशाल जनसभा का आयोजन किया। जिसमें पांच मौजा से भारी संख्या में आए हुए रैयतों ने हुंकार भरी। रैयतों ने कहा कि कोरोना काल में देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई हैं, जिससे आम ग्रामीण अबतक उबर नहीं पाया है। ग्रामीणों में बेरोजगारी बढ़ गई और लोग पलायन करने को मजबूर हैं। जब कोरोना के कारण लॉकडाउन लगी थी तो दूसरे राज्यों में काम करने वाले प्रायः सभी ग्रामीण अपने घर लौटे हैं लेकिन अब बेरोजगारी के कारण मजबूरन पुनः पलायन करने की तैयारी में है। नीमडीह क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं के पलायन को रोकने के उद्देश्य से ही सभी रैयतों ने यहां कंपनी स्थापना में सहयोग करने का मन बनाया है। यदि इस क्षेत्र में कंपनी की स्थापना होती हैं, तो स्थानीय लोगों को नौकरी मिलेगी। वहीं, कंपनी द्वारा क्षेत्र के लोगों को सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा इत्यादि की सुविधा भी मिलेगी। इन्हीं शर्तों पर रैयतों द्वारा कंपनी को जमीन दी जा रही हैं। रैयतों ने कहा कि सभी जमींदाताओं ने आपसी सहमति से कंपनी को जमीन दी है लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा कंपनी का विरोध किया जा रहा है। वे असामाजिक तत्व अपने निजी स्वार्थ के लिए कंपनी लगने का विरोध कर रहे हैं। यदि उन असामाजिक तत्वों ने कंपनी का विरोध करना नहीं छोड़ा तो उनलोगों का सेंदरा किया जाएगा। रैयतों ने आरोप लगाया है कि नीमडीह क्षेत्र के कुछ लोगों ने कंपनी प्रबंधन से कमीशन की मांग की थी, जिसपर प्रबंधन द्वारा इंकार किए जाने पर कंपनी का विरोध कर रहे हैं। रैयतों ने कहा कि जो लोग विरोध कर रहे हैं उनकी एक इंच भी जमीन नहीं लिया जा रहा है और न ही वे लोग पांच मौजा के निवासी हैं। रैयतों ने कहा कि यदि इसके बाद असामाजिक तत्वों द्वारा कंपनी का विरोध किया जाता है अथवा अनाप शनाप बयानबाजी करते हैं तो उनके घरों में सभी रैयत डेरा डालने का काम करेंगे।