जमशेदपुरः कोरोना के बढते मामले के लिए कहीं ना कहीं लोग लापरवाह है तो कई जगह जांच में भी लापरवाही सामने आ रही है। बाहर से आए लोग कोरोना जांच कराने के लिए दर-दर भटक रहे हैं वही अस्पताल में भी लापरवाही हो रही है। लोगों को जांच करने के लिए आजकल की बात कर डाल रहे हैं । जिले में पिछले 10 दिनों से कोरोना के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही लोगों की मौत का सिलसिला जारी है। पिछले 1 सप्ताह से प्रतिदिन तीन से चार मरीजों की मौत हो रही है। बुधवार को इस वर्ष का सबसे अधिक जिले में 9 लोगों की मौत हो गई है। इसके बाद भी लोग कोरोना को लेकर लापरवाह दिख रहे हैं। सरकार गाइड लाइन के अनुसार लोगों के लिए मास्क पहनना सामाजिक दूरी का पालन करना जरूरी है क्योंकि कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान तो शुरू हो गया लेकिन जिस तरह से उम्र की की पाबंदी है उसमें 45 वर्षों से कम उम्र के लोगों को टीका लगना संभव नहीं दिखता है । वही कोरोना वैक्सीन लेने के बाद भी लोगों की संक्रमित होने की संख्या बढ़ रही है। डॉक्टरों की लगातार चला दी जा रही है कि कहीं बाहर जाने आने से परहेज करें आप अपने अपने परिवार को सुरक्षित रखें। फिर भी बाहर जाने आने वाले लोगों की संख्या में कमी नहीं आ रही है ट्रेनों व बसों में लोक भर भर के एक जगह से दूसरी जगह जा रहे हैं । कई जागरूक लोग बाहर से आते हैं अपना कोरोना गाना उचित समझते हैं। कहीं ना कहीं उनके पीछे भी अपने परिवार को सुरक्षित रखना की मजबूरी है तो कई ऐसे भी है जो जमशेदपुर में किसी ना किसी कंपनी में काम कर अपने परिवार जीविका चलाते हैं। कंपनियों में भी यह निर्देश है कि जो भी बाहर से आए अपनी आरटी पीसीआर कोरोना जांच कराएं। जब अस्पताल में जाते हैं तो उन्हें एक-दो दिन बाद आने की बात कर डाल देते हैं वही शहर के निजी अस्पताल में जाते हैं तो वहां पर कभी रविवार तो कभी छुट्टी के दिन होने की बात कर अगले दिन आने की बात कहते हुए टाल देते हैं जबकि निजी अस्पताल को जांच कराने में पैसे भी लेने उसके बाद ही लोगों की लाश जांच में लापरवाही कर देते हैं । ऐसे में यदि कोई व्यक्ति संक्रमित हो और उनके साथ जांच कराने में टालमटोल हो तो व्यापम ओं के साथ कितनों को संक्रमित कर देंगे इसका अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है। क्योंकि वह जांच कराने तक घर से बेघर ना रह सकते बाजार में घूमने से अपने को रोक नहीं सकते दुकान जाने से खुद को रोक नहीं सकते ऐसे में कोरोना संक्रमित की संख्या क्यों ना बढ़े। क्योंकि दर-दर भटकने वाले लोगों को जब तक जांच नहीं हो जाती रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक उन्हें भी पता नहीं कि वा संक्रमित है या नहीं है ।