नरेश अग्रवाल को मिला प्रतिष्ठित पांखुरी लांबा सक्सेना स्मृति कविता पुरस्कार

अंतरराष्ट्रीय विश्व मैत्री मंच का प्रतिष्ठित पांखुरी लांबा सक्सेना स्मृति पुरस्कार नरेश अग्रवाल की कविता पुस्तक सुबह की प्रार्थना को मिला है।
कोरोना के कारण यह समारोह जो भोपाल में होने वाला था स्थगित होकर गूगल मीट पर किया गया। पूरा आयोजन ढाई घंटे तक चला जिसमें विदिशा के वरिष्ठ कवि ब्रज श्रीवास्तव ने नरेश अग्रवाल की पुस्तक की समीक्षा भी की। पुरस्कार राशि एवं स्मृति चिन्ह डाक द्वारा पहले ही भेज दिए गए थे।
इस मीट में लगभग 50 प्रतिष्ठित साहित्यकारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की। इस संस्था की अध्यक्ष संतोष श्रीवास्तव हैं ।
इस वर्ष के निर्णायक मंडल में डॉ प्रमिला वर्मा, डॉक्टर बलवंत जानी, चांसलर डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर, मध्य प्रदेश, डॉक्टर संतोष श्रीवास्तव, श्रीमती सुषमा भंडारी जैसे ख्याति प्राप्त साहित्य शामिल थे।
कार्यक्रम में डॉक्टर क्षमा पांडे, संतोष श्रीवास्तव, मधु सक्सेना, मधुलिका सक्सेना, आभा दवे, महिमा वर्मा आदि ने भी अपनी बातें रखीं।
नरेश अग्रवाल की अब तक 20 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं और वे रंगीन पत्रिका मरुधर के स्वर के संपादक भी हैं।

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