नकवी को उपराष्ट्रपति कैंडिडेट बनाने की अटकलें
नई दिल्ली 6 जुलाई केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। आज हुई कैबिनेट मीटिंग के बाद उन्होंने पद से इस्तीफा दिया। नकवी के साथ केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह ने भी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। दोनों का राज्यसभा कार्यकाल कल यानी गुरुवार को खत्म हो रहा है। स्मृति इरानी को अल्पसंख्यक मामलों और ज्योतिरादित्य सिंधिया को इस्पात मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
नकवी को भाजपा ने पिछले दिनों हुए राज्यसभा के चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनाया था, तब से ही कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी उन्हें किसी बड़ी भूमिका में लाना चाहती है। सूत्रों के मुताबिक, उन्हें एनडीए की तरफ से उपराष्ट्रपति पद का कैंडिडेट बनाया जा सकता है। नकवी अभी तक केंद्र सरकार में मंत्री रहे हैं, साथ ही वे राज्यसभा में भाजपा संसदीय दल के उपनेता भी थे।
कैबिनेट मीटिंग के बाद नड्डा से मिले नकवी
केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मुख्तार अब्बास नकवी ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। हालांकि दोनों नेताओं के बीच क्या बात हुई, इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं मिल सकी है।
जदयू कोटे से मंत्री आरसीपी सिंह का भी इस्तीफा
मुख्तार अब्बास नकवी के साथ जनता दल यूनाईटेड के कोटे से केंद्र सरकार में मंत्री आरसीपी सिंह ने भी कैबिनेट से इस्तीफा दिया है। उन्हें भी जदयू ने राज्यसभा में अगला कार्यकाल नहीं दिया है। आरसीपी सिंह का राज्यसभा सांसद के तौर पर गुरुवार को ही अंतिम दिन है।
ज्योतिराज सिंधिया को मिला इस्पात मंत्री का अतिरिक्त प्रभार पूर्व स्पात मंत्री आर सीपी सिंह का कार्यकाल बुधवार को समाप्त हो जाने के बाद नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिराज सिंधिया को इस्पात मंत्री का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है तत्कालीन इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह का भाजपा से नजदीकी के कारण जनता दल यूनाइटेड ने इस बार राज्यसभा का प्रत्याशी नहीं बनाया तथा उनके स्थान पर झारखंड से खीरू महतो को राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया तथा राज्यसभा के लिए निर्वाचित घोषित किए गए आरसीपी सिंह को उम्मीद थी कि भाजपा उन्हें नामित सदस्य के रूप में राज सभा में भेजेगी तथा इस्पात मंत्री बने रहेंगे जिसके कारण मंगलवार को उन्होंने इस्तीफा देने के संबंध में कुछ बताने से इंकार कर दिया था उनका कार्यकाल 7 जुलाई को समाप्त हो रहा था जदयू के विरोध के कारण भाजपा ने उन्हें राज सभा में नहीं भेजा बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में उन्होंने प्रधानमंत्री को अपना इस्तीफा सौंप दिया तथा ज्योतिराज सिंधिया को इस्पात मंत्री का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है