दिल्ली में हाल ही पकड़े गए आतंकियों के खतरनाक मंसूबों के बारे में रोंगटे खड़े करने वाले खुलासे किए जा रहे हैं।
अब खुफिया एजेंसियों ने जीआरपी को आगाह किया है कि आतंकी ट्रेन में गैस अटैक या फिर प्लेटफ़ोर्म पर होने वाली यात्रियों की भीड़ को गाड़ी से रौंद सकते हैं. सूत्रों ने बताया कि आतंकियों से पूछताछ के दौरान दिल्ली स्पेशल सेल को मिली जानकारी के अलावा जीआरपी को इस तरह के कई अलर्ट कई एजेंसियों से मिले हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमें समय-समय पर इस तरह के अलर्ट मिला करते हैं, ख़ासकर लोकल ट्रेन के लिए और हम हर एक अलर्ट को बहुत ही गंभीरता से लेते हैं और यात्रियों की सुरक्षा के लिए हम उस तरह के कदम भी उठाते हैं. दिल्ली पुलिस की करवाई के बाद जीआरपी ने मुंबई के सभी बड़े रेलवे स्टेशन की सुरक्षा बढ़ा दी है और कुछ एंट्री और एग्ज़िट के रास्ते भी बंद कर दिए गए हैं.
जीआरपी ने लाइव मोकड्रिल करना शुरू कर दिया है, इसमें अधिकारी को यह सीखने मिलता है कि आतंकी हमले के दौरान कैसे यात्रियों को बचाना है और उन्हें पकड़ना है. जीआरपी ने अतिरिक्त पुलिस बल बड़े रेलवे स्टेशन पर तैनात किया है और जीआरपी नेशनल सिक्योरिटी गार्ड समेत दूसरी एजेंसियों के भी सम्पर्क में है. जीआरपी कमिश्नर कैसर ख़ालिद ने आदेश दिया है कि रेलवे स्टेशन पर हर समय पुलिस की मौजूदगी दिखाई देनी चाहिए. इसके अलावा समय समय लार बोम और डॉग स्कोड की भी पेट्रोलिंग होते रहनी चाहिए, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके.
जीआरपी ने हर उस जगह बैरिकेड्स और स्पीड ब्रेकर लगाए हैं, जहां से कोई भी गाड़ी (कार या दूसरा चार पहियों की गाड़ी) प्लेटफ़ोर्म पर जा सकती है. आतंकियों का आतंक फैलाने का यह सबसे सरल तारिका है, जिससे ज़्यादा से ज़्यादा लोगों की मौतें होती है.
सेंट्रल और वेस्टर्न रेलवे ने करीब सात हजार कैमरे लगाए
इसके अलावा जीआरपी उन तमाम जगह की जांच कर रहा है, जो रेलवे से नज़दीक है या प्लेटफ़ोर्म पर है. जहां पर गैस सिलिंडर का इस्तेमाल किया जाता है. ताकि आतंकी गैस लीक या सिलिंडर ब्लास्ट जैसे काम ना कर पाए. रेलवे पुलिस अब पार्सल बुकिंग पर भी ध्यान दे रही है और जांच कर रही है. जीआरपी अधिकारी की माने तो पूरे रेलवे में (सेंट्रल और वेस्टर्न) कुल 6 से 7 हज़ार सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. जीआरपी और भी कैमरे लगवाने वाली है ताकि बचे हुए स्पॉट को कवर किया जा सके.