जमशेदपुर, 30 सितंबर : धनबाद की कोलियारी के साथ-साथ भाजपा पर भी जर्बदस्त पकड़ रखनेवाले सांसद ढुल्लु महतो का आज अचानक शहर आना और मात्र आधे-आधे घंटे का पत्रकार सम्मेलन व समाज के लोगों के साथ बैठक करना कई बातों को जन्म दे गया. सबसे बड़ी बात कि उनके आने की अधिकारिक सूचना न तो महानगर टीम को थी और न ही कोई बड़े भाजपा नेताओं को. लेकिन पूर्वी के एक खास राजनेता के समर्थक माने जानेवाले लोगों के जमावड़ा ने पूरी कहानी ही बयां कर दी.
अमूमन किसी भी पार्टी के सांसद, विधायक व अन्य वरिष्ठ नेता के शहर पहुंचने पर स्थानीय जिला कमिटी को सूचना दी जाती है, भले ही वो निजी कार्य से आएं हो. लेकिन ढुल्लु महतो के आगमन के मामले में ऐसा कुछ नहीं हुआ. इसकारण महानगर भाजपा पूरी तरह उनसे दूरी बनाई रखी. वहां महानगर कमिटी के कोई भी पदाधिकारी नहीं पहुंचे, अपितु भाजपा से जुड़ेे कई लोग पहुंचे, जो पूर्वी के उक्त खास नेता के करीबी माने जाते हैं. कहा जा रहा है कि जमशेदपुर पूर्वी के समीकरण को लेकर जिस तरह के हालात बने हुए हैं, उसे हवा देने के लिये ही ढुल्लू यहां आये। सरयू राय के खिलाफ उन्होंने ओबीसी कार्ड खेलने की कोशिश की। वैसे कोस्मोपोटिलन शहर माने जाने वाले जमशेदपुर में यह पहला अवसर है जब किसी भी नेता ने इस तरह से खुल्लमखुल्ला जाति को लेकर बात की हो।
भाजपा सांसद ढुल्लु महतो अपराह्न लगभग 4.15 बजे परिसदन पहुंचे और 4.30 बजे से अपराह्न 5 बजे तक पत्रकार वार्ता की. इसके बाद 5 बजे से 5.30 बजे तक समाज के लोगों के साथ बैठक कर वे पुन: धनबाद के लिये रवाना हो गये. ढुल्लु ने भी स्वीकारा कि वे बैठक में शामिल होने आये हैं. कई लोगों के गले से यह बात नहीं उतरं रही है कि सांसद लगभग 10-12 वाहनों का काफिला लेकर लगभग 180 किलोमीटर की दूरी सफर तय करते हुए सिर्फ आधे घंटे का पत्रकार सम्मेलन और आधे घंटे की बैठक में शामिल होने के लिये ही आये थे. इस दौरान भाजपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष दिनेश कुमार, भाजपा कार्यसमिति सदस्य कुलवंत सिंह बंटी, युवा नेता चिंटू सिंह सहित पूर्वी के कई भाजपा नेता मौजूद थे. यही नहीं, ढुल्लु महतो ने पत्रकार वार्ता शुरु करते हुए सीधे विधायक सरयू राय पर हमलावर हो गये. अंत में उन्होंने आगामी दौरे में श्री राय का काला चिट्ठा खोलने की भी चेतावनी दे डाली.
श्री महतो ने सरयू को अपराधियों का संरक्षक करार देते हुए कहा कि लौनहगरी सहित धनबाद में कई माफिया सक्रिय हैं तथा कई बार गैंगवार भी हुए, लेकिन उन्होंने कभी भी किसी माफिया का प्रतिवाद नहीं किया. अपितु वे हमेशा धर्म व गरीबों के लिये कार्य करनेवाले ओबीसी, दलित समाज के लोगों को परेशान करते हैं. लगे हाथों ढुल्लु ने यह भी कह डाला कि नियमत: सरयू को भाजपा का टिकट ही नहीं देना चाहिये. अगर पार्टी टिकट दे भी देती है तो सभी ‘बैकवर्ड’ के साथ मिलकर उन्हें हराने के लिये कैंप करेंगे. वे सरयू का ‘राजनीतिक वध’ करने के लिये हरसंभव प्रयास करेंगे. वैसे भी अगर सरयू चुनाव लड़ेंगे तो उनकी हार निश्चित है. वे भी छोडऩेवाले नहीं है, ओबीसी समाज के लोगों को एकजुट कर वे सरयू का बहिष्कार कराएंगे. ढुल्लु ने यह भी चेतावनी दी कि जल्द ही वे दोबारा शहर आएंगे और सरयू का काला चिट्ठा खोलेंगे. पत्रकार वार्ता में भाजपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष दिनेश कुमार भी मौजूद थे.