सूर्य मंदिर परिसर में कागज पर संरचनाएं, पर धरातल पर नहीं, सरयू के पोल खोलो अभियान से रिंग मास्टर’ और समर्थकों में हडक़ंप

जमशेदपुर, 2 सितंबर (रिपोर्टर) : विधायक सरयू राय ने कहा कि सिदगोड़ा सूर्य मंदिर परिसर तथा बाहर की सरकारी जमीन में विकास कार्यों की घोषणा होते ही अबतक मंदिर के नाम पर वसूली कर रहे लोगों में बेचैनी छा गई और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ‘रिंग मास्टर’ की भूमिका निभाते हुए अपने समर्थकों से उनके खिलाफ अभियान सा छेड़ दिये. वे भी इससे पीछे नहीं हटनेवाले, आज से ही वे भी ‘पोल खोलो अभियान’ की शुरुआत कर दी और सरकार की कीमती जमीन और उस पर सरकारी खर्च से बनी संरचनाओं पर कब्जा जमाने की उनकी साजिश का पर्दाफाश करेंगे. इसकी पूरी जानकारी राज्यभर के भाजपाइयों तक पहुंचाएंगे. इसके लिये वे दो पन्नों का पम्पलेट छपवाकर पूर्वी, पश्चिमी विधानसभा सहित शहर से सटे सभी इलाकों में घर-घर पहुंचाएंगे तथा भाजपाइयों को इससे अवगत कराएंगे किवस्तुस्थिति क्या है. वे आज बिष्टुपुर जे रोड स्थित आवास में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
श्री राय ने कहा कि जल्द ही 32 पन्नों की एक पुस्तक लोगों के बीच आएगी, जिसका नाम ‘चिल्ड्रेन पार्क की आत्मकथा’ है. इसमें चिल्ड्रेन पार्क अपनी कहानी के साथ-साथ आसपास की स्थिति से भी लोगों को अवगत कराएगा. साथ ही बताया कि वे कल बोकारो-धनबाद पहुंचकर लोगों को बताएंगे कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उन्हें विकास कार्य करने नहीं दे रहे हैं. वे सूर्य मंदिर परिसर को ‘सिदगोड़ा क्रीड़ा उद्यान’ बनाना चाहते हैं, लेकिन इसमें रुकावट डाली जा रही है. धनबाद के बाद वे लगातार रांची, सरायकेला-खरसावां, चाईबासा, गढ़वा, पलामू, चतरा, गिरीडीह, कोडरमा, गुमला, सिमडेगा आदि जिलों का भ्रमण करेंगे.
कागजात में संरचनाएं, लेकिन हकीकत में ‘गायब’
श्री राय ने बताया कि सूर्य मंदिर परिसर में और सरकारी जमीन पर विधायक निधि, सांसद निधि, पर्यटन विभाग की निधि आदि से कई संरचनाएं खड़ी बतायी गई हैं. परंतु जमीन पर ये कहां है, पता नहीं चलता. उन्होंने इसकी पूरी सूची संवाददाताओं के साथ साझा की, जिसमें करोड़ों रुपये की योजनाएं हैं.

नोटिस के बाद पवन-कमलेश ने जमा किये 9 लाख
सरयू ने कहा कि सूर्य मंदिर समिति के नाम पर बैंक ऑफ बड़ौदा, भुइयांडीह शाखा में एक खाता खोला गया था. इस प्रकरण में पूरी जानकारी उपायुक्त को देने के उपरांत जमशेदपुर अक्षेस ने खाताधारक पूर्व विधायक प्रतिनिधि पवन अग्रवाल व कमलेश सिंह को नोटिस जारी किया. जिसके बाद अपनी लाज बचाते हुए उपरोक्त दोनों पदाधिकारी ने जिला प्रशासन को 9 लाख रुपये का डिमांड ड्रॉफ्ट (डीडी) बनाकर राशि लौटाई.शंख मैदान कब्जाना चाहती है समिति
श्री राय ने बताया कि राज्य सरकार के आदेश पर उपायुक्त ने समस्त सरकारी जमीन और इसपर खड़ी संरचनाओं को अधिकृत कर इसका मालिकाना एक साल से अधिक समय पहले जेएनएसी को दे दिया है. गत वर्ष छठ व्रत के समय मंदिर समिति ने शंख मैदान में जो कार्यक्रम किया था उसके लिये नियमानुसार जिला प्रशासन से लिखित अनुमति ली थी. प्रशासन की अनुमति से कोई भी यहां कार्यक्रम कर सकता है, परंतु प्रशासन द्वारा स्वीकृत योजनाओं को समिति लागू नहीं होने देना चाहती है और इस भूखंड को अपने कब्जा में लेना चाहती है.

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