विभिन्न भाषाओं में हजारों देशभक्ति गीत है. इस वर्ष आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य पर देशभक्ति गीत की कड़ी में ‘मां मनसा फिल्म्स’ के बैनर तले निर्देशक दीना पांडा निर्देशित एक और वीडियो एलबम ‘मिट्टी में तेरे’, जुड़ गया है. यह गीत मुंबई के रीदम स्टूडियो व जमशेदपुर के दीप्ति स्टूडियो में संयुक्त रूप से रिकार्डिंग की गई. गीत का फिल्मांकन गम्हरिया के विभिन्न लोकेशन पर किया गया है. मुंबई के अंशु झा ने गीत लिखा और सुरों से सजाया है. एलबम में मुख्य भूमिका पर अमित मोदक व फूलकुमारी ने अभिनय किया. सह निर्देशक जमशेदपुर के प्रिया ठाकुर है. गीत के बोल है ‘लाखों की बलि देकर ये आजादी पायी है, जिस्म से लहु बहाके ये झंडा लहराई है, बंदे मातरम, बंदे मातरम, बंदे मातरम. मिट जाये सारे खुदगर्जी जब पहनेंगे तेरी वर्दी, सीने में आग सी जलती है चाहे गर्मी हो या सर्दी, ओ मुल्क मेरे ओ देश मेरे मर जायेंगे मिट्टी में तेरे’.
निर्देशक दीना पांडा ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य में फिल्मांकन की गई यह देशभक्ति गीत सेनाओं को समर्पित है. स्वाधीनता दिवस के पूर्व यूट्यूब चैनल में गीत रिलीज होगा. उन्होंने कहा कि अब तो पुरुषों के साथ भारतीय नारियां भी सेना में भर्ती होकर देश की रक्षा कर रहे हैं. सेनाओं के सम्मान में दीना पांडा कहते हैं कि ‘आओ झुक कर करें सलाम उन्हें, जिनके तकदीर में ये मुकाम आता हैं, कितने खुशनसीब हैं वो लोग जिनका खून वतन के काम आता है’. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के तरफ से फिल्म निर्माण की कोई सुविधा नहीं रहने व संसाधन की कमी के कारण गीत के फिल्मांकन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा कि झारखंड प्राकृतिक नैसर्गिक सौंदर्य से भरा प्रदेश है. यदि राज्य सरकार चाहे तो यहां फिल्म निर्माण की अपार संभावनाएं हैं. फिल्म निर्माण होने से स्वतः ही पर्यटन का भी विकास हो सकता है. जिससे स्थानीय कलाकारों के साथ स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिल सकता है.