ED ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक को किया गिरफ्तार

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई अंडरवर्ल्ड की गतिविधियों से जुड़े धन शोधन के एक मामले में बुधवार को महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) को गिरफ्तार किया है. एनसीपी नेता नवाब मलिक से ईडी ने सुबह पूछताछ शुरू की थी. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी के बाद नवाब मलिक ने कहा कि मैं लड़ूंगा, डरूंगा नहीं.
उनका नाम अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर ने लिया था। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम बुधवार सुबह 7.45 बजे पूछताछ के लिए उन्हें लेकर मुंबई स्थित दफ्तर पहुंची थी। मलिक की गिरफ्तारी के बाद एनसीपी चीफ शरद पवार के घर सिल्वर ओक पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मीटिंग चल रही है। इसमें डिप्टी सीएम अजित पवार, मंत्री हसन मुश्रीफ, जयंत चौधरी, राजेश टोपे शामिल हैं।
ED सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में नवाब मलिक अधिकारियों का सहयोग नहीं कर रहे थे, इसी कारण उन्हें गिरफ्तार किया गया है। मलिक को अरेस्ट कर ED की टीम अस्पताल ले गई, जहां उनकी मेडिकल जांच कराई गई। इसके बाद उन्हें स्पेशल PMLA कोर्ट में पेश किया गया। ED की ओर से एडिशनल सोलिसिटर जनरल अनिल सिंह ने मजबूती से पक्ष रखा।
अदालत में सुनवाई का अपडेट

अदालत में सुनवाई के दौरान नवाब मलिक ने बताया कि सुबह-सुबह समन देने के बहाने घर पर ED की टीम आई और हिरासत में लिया। इसके बाद समन की प्रति पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा और अब जबरन उठाकर यहां ले आई है।
इसके बाद अदालत में ED की ओर से एडिशनल सोलिसिटर जनरल ने बताया कि 3 फरवरी, 2022 को दाऊद इब्राहिम कासकर के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। वह विभिन्न आतंकी गतिविधियों और मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल है। वह आतंक पैदा करने के लिए धन जुटाकर संपत्तियों के अनधिकृत अधिग्रहण में भी शामिल है।
ASG ने आगे बताया कि दाऊद की बहन हसीना पार्कर का निधन हो गया है। वह यहां दाऊद की गतिविधियों को नियंत्रित कर रही थी। उसने धन जुटाकर बहुत सारी संपत्ति अर्जित की थी। उसने कुर्ला में गोवावाला कंपाउंड में एक संपत्ति का अधिग्रहण किया था।
ASG ने आगे कहा कि मैं(ED) यह साबित करेगी कि उसने संपत्ति कैसे हासिल की। एक मुनीरा और मरियम इस संपत्ति के वास्तविक मालिक हैं। ASG ने आगे कहा कि यह संपत्ति एक पुश्तैनी संपत्ति थी। माता-पिता की मृत्यु के बाद वह संपत्ति की एकमात्र मालिक थी।
ASG ने आगे कहा हसीना पारकर के सहयोगी सलीम पटेल को अतिक्रमण हटाने और जमीन न बेचने के लिए पावर ऑफ अटॉर्नी दी गई थी। इसमें 1993 धमाके का आरोपी सरदार खान भी शामिल था।
ASG ने आगे कहा मुनीरा और उनकी बहन ने संपत्ति में अपने अधिकार बेचने की कोई पॉवर ऑफ़ अटॉर्नी नहीं दी थी। मीडिया रिपोर्ट्स से उन्हें पता चला कि सरदार खान ने यह संपत्ति बेच दी थी। सरदार खान इस जमीन का किराया लेने वाले का भाई है।
ASG: मुनीरा और उनकी बहन को पता चला कि संपत्ति नवाब मलिक को उसकी एक कंपनी के माध्यम से बेची गई थी।
ASG: मुनीरा ने ईडी को बताया कि उन्हें संपत्ति के लिए कोई पैसा नहीं मिला है। यह दिखाने के लिए कुछ भी नहीं है कि संपत्ति के वास्तविक मालिकों को एक रुपये का भुगतान किया गया था। सलीम पटेल ने अवैध रूप से संपत्ति बेची।
ASG: हसीना पार्कर ने बाद में 55 लाख रुपए के लिए संपत्ति के अधिकार नवाब मलिक को हस्तांतरित कर दिए। हमारे पास पीएमएलए एक्ट की धारा 19 की शर्त को पूरा करने के लिए पर्याप्त सबूत मौजूद है।
ASG: हसीना पार्कर ने बाद में 55 लाख रुपए के लिए संपत्ति के अधिकार नवाब मलिक को हस्तांतरित कर दिए। इस प्रॉपर्टी की वास्तविक कीमत 3.3 करोड़ थी, लेकिन इसे सिर्फ 50 लाख रुपये में खरीदा गया था। संपत्ति को पावर ऑफ अटॉर्नी के माध्यम से अवैध तरीके से खरीदा गया था। वे अब इस प्रॉपर्टी को डेवलपमेंट करना चाहते हैं। हमारे पास मलिक के खिलाफ पीएमएलए एक्ट की धारा 19 की शर्त को पूरा करने के लिए पर्याप्त सबूत मौजूद है।
ASG: सलीन पटेल, जिनके पास पावर ऑफ अटॉर्नी थी और जो हसीना पार्कर के नियंत्रण में थे ने संपत्ति को आरोपी के स्वामित्व वाली कंपनियों में से एक को बेच दिया।
ASG: मलिक के खिलाफ पर्याप्त सबूत होने की बात कह अनिल सिंह ने अदालत से उनकी 14 दिन की कस्टडी मांगी है।
नवाब मलिक की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अमित देसाई ने कहा कि वे (ASG)अधिनियम के लागू होने से छह साल पहले 1999 से पावर ऑफ अटॉर्नी की बात कर रहे हैं।
देसाई: दाऊद इब्राहिम पिछले 30 साल से अपने अपराध के लिए जाना जाता है, लेकिन उसके खिलाफ 3 फरवरी 2022 को ही FIR दर्ज की जाती है। मलिक का इस केस से कुछ भी लेना-देना नहीं है। जब आप गिरफ्तारी की शक्तियों का प्रयोग करते हैं तो इसे साबित करना पड़ता है। पीएमएलए के तहत सीमा बहुत अधिक है, यह एक कठोर कानून है। मैं पूछता हूं 1999 और 2003 में पीएमएलए अधिनियम के लागू होने के 6 साल पहले के केस की हम बात कर रहे हैं। आप 20 साल इंतजार करें और फिर कहें कि मुझे 14 दिन का रिमांड दे दो।
देसाई: इस गिरफ्तारी के माध्यम से एक धारणा पैदा करने का प्रयास है कि महाराष्ट्र राज्य का एक निर्वाचित प्रतिनिधि राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल है।
देसाई: हमारा दाऊद गैंग से कोई सरोकार नहीं है। हम इस सलीम पटेल से कंफ्यूज हो रहे हैं।
देसाई: हमारा दाऊद गैंग से कोई सरोकार नहीं है। हम इस सलीम पटेल से कंफ्यूज हो रहे हैं। सलीम फ्रूट अब ड्राइवर सलीम पटेल के बारे में बयान दे रहा है। यह ड्राइवर हसीना पार्कर का करीबी है। सलीम फ्रूट का कहना है कि सलीम पटेल उन्होंने कहा कि हसीना पारकर ने इसे नवाब मलिक को बेच दिया। मुनीरा की संपत्ति हड़प ली गई थी। आप अंग्रेजी शब्दकोश से कोई शव्द उठा सकते, उसे रिमांड बुक में डाल सकते हैं और किसी व्यक्ति की स्वतंत्रता छीन सकते हैं। कोर्ट तथ्यों पर काम करता है।

शरद पवार ने फोन पर की उद्धव ठाकरे से बात, CM की गृहमंत्री के साथ बैठक शुरू
मुख्यमंत्री के ऑफिशियल आवास वर्षा पर CM उद्धव ठाकरे और राज्य के गृहमंत्री के बीच एक बैठक शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि इस बैठक में नवाब मलिक की गिरफ्तारी के मुद्दे पर चर्चा हो रही है। इससे पहले NCP सुप्रीमो शरद पवार ने भी नवाब की गिरफ्तारी के मुद्दे पर उद्धव ठाकरे से फोन पर बातचीत की है। यह भी जानकारी सामने आ रही है की शाम को पवार और सीएम ठाकरे के बीच वर्षा बंगले पर एक मीटिंग भी हो सकती है।

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