नई दिल्ली: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दक्षिण-पश्चिम मानसून को लेकर दीर्घकालिक पूर्वानुमान जारी किया है। इसके मुताबिक, इस साल मानसूनी बारिश सामान्य से अधिक होने की उम्मीद है। आईएमडी के मुताबिक, 32% ऐसा संभावना है कि मानसून सामान्य से ऊपर रहने वाला है। LPA के आधार पर यह 105% से 110% तक होगा। साथ ही, 29% संभावना है कि मानसूनी वर्षा अधिक होगी। एलपीए के तहत यह 110% से अधिक है। मालूम हो कि 1971-2020 की अवधि को लेकर पूरे सीजन के लिए एलपीए 87 सेमी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, देश के ज्यादातर वर्षा आधारित कृषि क्षेत्रों के लिए भी खुशखबरी है। IMD का कहना है कि मानसून कोर जोन में एलपीए की सामान्य बारिश (106%) से अधिक हो सकती है। मौसम विभाग के महानिदेशक एम महापात्र ने कहा, ‘सामान्य से अधिक बारिश के अपने पहले के पूर्वानुमान पर हम कायम हैं। हमें पूरा भरोसा है कि इस बार मानसून सामान्य से अधिक रहने वाला है। इसलिएहम इस साल अच्छी बारिश की उम्मीद कर सकते हैं।’
भीषण गर्मी से कब तक मिलेगी राहत
अगर पिछले साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो मानसून एलपीए पर 94.4% के साथ सामान्य से नीचे था। इससे पहले 2022 का मानसून एलपीए के 106% पर सामान्य से ऊपर था। 2021 में एलपीए के 99% पर सामान्य मानसून दर्ज किया गया और 2020 का मानसून एलपीए के 109% पर फिर से सामान्य से ऊपर रहा। IMD प्रमुख महापात्र ने कहा कि भीषण गर्मी का सामना कर रहे राष्ट्रीय राजधानी समेत उत्तर-पश्चिम भारत के लोगों को 30 मई के बाद भीषण लू से राहत मिल सकती है। उन्होंने कहा कि उत्तर पश्चिम भारत के हिस्सों में भीषण लू चल रही है। यह अगले तीन दिनों तक जारी रह सकती है, लेकिन 30 मई से इसकी तीव्रता धीरे-धीरे कम होगी, क्योंकि एक पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है।
उत्तर पश्चिम और मध्य भागों में गरज के साथ वर्षा
मौसम विभाग के प्रमुख ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर से नमी आने के कारण देश के उत्तर पश्चिम और मध्य भागों में गरज के साथ वर्षा होगा। साथ ही, पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में बारिश होने की संभावना है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती है। हालांकि, महापात्र ने यह भी कहा कि यह राहत अस्थायी होगी और जून के महीने में दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान समेत भारत के ज्यादातर हिस्सों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की आशंका है। जून में राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात के कुछ हिस्सों और उत्तरी मध्य प्रदेश समेत उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य से ज्यादा दिनों तक तेज लू चल सकती है।