प्रयागराज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा आज मौनी अमावस्या पर्व पर बेटी मिराया के साथ संगम नगरी प्रयागराज पहुंचीं। उन्होंने संगम पर डुबकी लगाई। प्रियंका गंगा में नाव चलाते हुए भी नजर आईं। इस दौरान उन्होंने मीडिया के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया।प्रियंका सबसे पहले नेहरू-गांधी परिवार के पैतृक आवास आनंद भवन गईं। यहां उन्होंने अपने परदादा और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के स्मृति स्थल पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। यह वही जगह है, जहां संगम में विसर्जन से पहले नेहरू की अस्थियां रखी गई थीं। प्रियंका ने आनंद भवन स्थित अनाथालय में बच्चों के साथ भी कुछ समय बिताया। इस दौरान वे एक बच्ची को गोद में लिए हुए नजर आईं।
प्रशासन ने VIP ट्रीटमेंट न देने की बात कही थी
प्रियंका के दौरे पर प्रयागराज के IG केपी सिंह ने कहा था कि मौनी अमावस्या पर हम किसी को भी VIP ट्रीटमेंट नहीं देंगे। कोई प्रोटोकॉल नहीं है, वे एक सामान्य व्यक्ति की तरह आ सकती हैं और अनुष्ठान में हिस्सा ले सकती हैं।
शंकराचार्य ने पुस्तक भेंट की
संगम में स्नान के बाद प्रियंका गांधी मनकामेश्वर मंदिर पहुंचीं। यहां शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से मुलाकात की है। इस दौरान शंकराचार्य ने उन्हें प्रसाद, शॉल व ज्योर्तिमठ की एक पुस्तक भेंट की।
सहारनपुर में भी प्रियंका के अंदाज की चर्चा हुई थी
बुधवार यानी 9 फरवरी को प्रियंका सहारनपुर गई थीं। इस दौरान उन्होंने काला कुर्ता, भगवा गमछा और माथे पर तिलक के साथ पंचायत को संबोधित किया था। सहारनपुर में प्रियंका ने शाकंभरी देवी मंदिर में पूजा की, फिर एक दरगाह पर गईं। गुरुवार को संगम में उनका स्नान सॉफ्ट हिंदुत्व एजेंडे को धार देने की पहल के रूप में देखा जा रहा है।