Chakradharpur,10 Aug : मनोहरपुर प्रखंड के एक उत्क्रमित मध्य विद्यालय की एक पारा शिक्षिका को प्रताड़ित करने और उस पर गलत नीयत रखने के आरोप में हेडमास्टर को ग्रामीणों ने जूते की माला पहनाकर गांव में घुमाया. पारा शिक्षिका की नियुक्ति को अवैध बताकर लंबे समय से हेडमास्टर उसे प्रताड़ित कर रहे थे. पारा शिक्षिका ने बताया कि हेडमास्टर उन पर गलत नीयत रखते हैं. नियुक्ति प्रमाण-पत्र को भी वे अपने पास रखे हुए हैं. इसे देने के बदले उन्होंने पारा शिक्षिका से 50 हजार रुपए की मांग भी की थी. दूसरी ओर हेडमास्टर ने सभी आरोपों को गलत बताया है. उन्होंने कहा कि ना ही मैंने पारा शिक्षिका को कभी प्रताड़ित किया और ना ही कभी गलत नजर रखी है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को पहले हेडमास्टर और पारा शिक्षिका के बीच मारपीट हुई. इसके बाद आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने एकजुट होकर हेडमास्टर को पहले जूते की माला पहना दी और फिर पूरे गांव में घुमाया. मामले को ग्रामीण थाना ले जाने की तैयारी कर रहे हैं. ग्रामीणों ने हेडमास्टर पर केवल रोज 10 मिनट के लिए स्कूल आने सहित कई आरोप भी लगाए गए हैं. इस मौके पर पारा शिक्षिका के पिता , भाई , स्कूल प्रबंध समिति के अध्यक्ष समेत करीब डेढ़ सौ ग्रामीण मौजूद थे.
2003 में पारा शिक्षिका की हुई थी नियुक्ति
पारा शिक्षिका ने बताया कि बतौर पारा शिक्षिका उनकी नियुक्ति वर्ष 2003 में हुई थी. साल 2005 में उक्त हेड मास्टर का पदस्थापन इसी स्कूल में हुआ. बाद में वे साल 2020 में स्कूल के एचएम बने. उसके बाद से वे उनकी नियुक्ति को अवैध बताते हुए तरह-तरह से प्रताड़ित करने लगे. इस बात पर दोनों के बीच कई बार कहासुनी भी हुई.
स्कूल आते ही पारा शिक्षिका-एच एम में मारपीट
मंगलवार की घटना पर पारा शिक्षिका ने बताया कि आज एचएम ने कहा कि तुम्हारी अवैध नियुक्ति को लेकर एक लेटर बनाए हैं, उसको प्रिंट करा कर ऑफिस जायेंगे. इसी बात पर दोनों के बीच जमकर कहासुनी होने लगी. तब शिक्षिका ने एचएम से कहा कि आपने मेरा चंडी रूप नहीं देखा है. उसके बाद उन्होंने एचएम की हल्की पिटाई भी कर दी, तब एचएम ने भी उन्हें मारने की बात कही. इधर स्कूल में हो रहे शोरगुल को सुन कर आसपास मौजूद लोग स्कूल पहुंच गए. साथ ही धीरे-धीरे गांव के लोग और शिक्षिका के परिजन भी स्कूल आ गए. उसके बाद ग्रामीणों ने एचएम को जूतों की माला पहनाई और नारेबाजी करते हुए गांव में करीब एक किलोमीटर तक घुमाया. उसके बाद वापस स्कूल आए. स्कूल में प्रशासन को मामले की जानकारी देने के लिए बैठक में जुट गए. ग्रामीणों ने एचएम को स्कूल से हटाने की मांग की है.
स्कूल प्रबंध समिति ने भी एचएम पर उठाए सवाल
स्कूल प्रबंध समिति के अध्यक्ष सुरेश चंद्र दास व अन्य सदस्यों ने भी स्कूल के प्रति एचएम की भूमिका पर सवाल उठाते हुए बताया कि वे स्कूल में पूरी अवधि तक नहीं रहते हैं. साथ ही स्कूल के अन्य शिक्षकों व समिति के सदस्यों के साथ भी उनका व्यवहार ठीक नहीं रहता है. वहीं ग्रामीणों ने एचएम के चरित्र पर भी सवाल उठाए और कई तरह के गंभीर आरोप लगाए हैं. मौके पर पहुंची पारा शिक्षक संघ की महिला मोर्चा की प्रदेश महासचिव सीमा मुंडारी ने बताया कि इसकी शिकायत शिक्षिका ने संघ से की थी. तब संघ की ओर से एचएम से बात की गई थी. इस पर भी एचएम ने पारा शिक्षिका पर नाराजगी व्यक्त की थी.