शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया आरोपी नंबर 1,21 स्थानों पर छापेमारी , CBI ने दर्ज की FIR

सीबीआई ने दिल्ली आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं के मामले में राष्ट्रीय राजधानी और 7 अन्य राज्यों में 21 स्थानों पर छापेमारी की. जांच एजेंसी ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर भी रेड की. वहीं, इस मामले में सीबीआई ने FIR दर्ज कर ली है. सीबीआई ने मामले में 15 लोगों को आरोपी बनाया है. मनीष सिसोदिया को आरोपी नंबर एक बनाया गया है. सीबीआई ने पीसी अधिनियम 1988,120बी, 477ए, मूल अपराध के तहत केस दर्ज किया है.
FIR में कुछ शराब कंपनियों के नाम भी शामिल हैं। FIR की कॉपी में 16वें नंबर पर अननोन पब्लिक सर्वेंट और प्राइवेट पर्सन का जिक्र है। यानी जांच एजेंसी आगे कुछ और लोगों के नाम भी FIR में जोड़ सकती है।
CBI ने FIR में तत्कालीन आबकारी आयुक्त अरवा गोपी कृष्ण, तत्कालीन उप आबकारी आयुक्त आनंद कुमार तिवारी, सहायक आबकारी आयुक्त पंकज भटनागर, नौ व्यवसायी और दो कंपनियों को नामजद किया है।
अब माना जा रहा है कि जल्द ED भी घोटाले की जांच शुरू कर सकती है.

आबकारी नीति बनाने में घोटाला

सीबीआई ने पिछले साल नवंबर में लाई गई दिल्ली आबकारी नीति बनाने और उसे लागू करने में अनियमितताओं को लेकर एक FIR दर्ज की थी. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आबकारी नीति 2021-22 के क्रियान्वयन में गड़बड़ी मिलने के बाद मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी. उन्होंने बताया कि दिल्ली के मुख्य सचिव की जुलाई में दी गई रिपोर्ट के आधार पर सीबीआई जांच की सिफारिश की गई थी, जिसमें जीएनसीटीडी अधिनियम 1991, टीओबीआर-1993 और दिल्ली उत्पाद शुल्क नियम-2010 का उल्लंघन होने बात कही गई थी.
बता दें कि दिल्ली की आबकारी नीति मामले में डिप्टी CM मनीष सिसोदिया के आवास समेत 7 राज्यों की 21 जगहों पर CBI की छापेमारी चल रही है। जांच एजेंसी सुबह 8.30 बजे ही सिसोदिया के घर पहुंच गई थी। तब से सरकारी आवास (ए विंग दिल्ली सचिवालय) में तलाशी जारी है। अफसरों ने उनके और परिवार के बाकी सदस्यों के फोन और लैपटॉप जब्त कर लिए हैं।
BJP नेता कपिल मिश्रा ने दावा किया है कि विदेशी अखबारों में छपा फोटो दिल्ली के सरकारी स्कूल का नहीं बल्कि प्राइवेट स्कूल का है। इसके पहले भाजपा ने यह भी आरोप लगाया था कि पंजाब चुनाव से पहले केजरीवाल और शराब माफिया में डील हुई थी।

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