बेकार पड़े भव्य अस्पताल भवन का हुआ निरीक्षण, मणिपाल टाटा के प्रतिनिधियों के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने किया निरीक्षण
जमशेदपुर : घोड़ाबांधा धानचटानी में पिछले दो वर्षों से भव्य रुप से बने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन का दिन फिरनेवाला है. आज मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज की ओर से सामुदायिक स्वास्थ्य सेवा अभियान के तहत इसका निरीक्षण किया गया. उपायुक्त सूरज कुमार के निर्देश पर सिविल सर्जन डा. एके लाल स्वास्थ्य विभाग के अपने अधिकारियों के साथ मणिपाल की टीम को लेकर गये. यह भवन काफी सुसज्जित है लेकिन यहां अभी कोई चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध नहीं है न ही किसी चिकित्साकर्मी की पदस्थापना की गई है. कोविड काल में विभिन्न बैठकों के दरम्यान उपायुक्त ने स्वास्थ्य केन्द्रों के बारे में जानकारी लेकर मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन (माहे) के प्रतिनिधियों से चर्चा की तो उन्होंने ऐसे कुछ स्वास्थ्य केन्द्रों को चलाने पर सहर्ष सहमति दी. भवन के एप्रोच रोड, वहां बिजली, पानी, जेनरेटर आदि की सुविधाओं और संभावनाओं की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई. मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज के विधि सलाहकार जयप्रकाश और प्रियंका सिंघल सहित चिकित्सकों और प्रबंधकों की एक टीम भी साथ गई थी. ‘माहे’ ने और कुछ स्वास्थ्य केन्द्रों को संचालित करने पर सहमति व्यक्त की है. ‘माहे’ द्वारा पिछले दिनों सदर अस्पताल को आईसीयू ऑन व्हील तथा एक साधारण -कुल दो एम्बुलेंस प्रदान किया गया.’ माहे ‘ने बंद पड़ी मेडिका को कोविड अस्पताल के रुप में संचालित करने के लिये अपने 11 डॉक्टरों की टीम को उपलब्ध कराया. इसके अलावा भी उसके द्वारा कोरोना जांच कीट काफी संख्या में जिला प्रशासन को उपलब्ध कराया गया.उम्मीद की जाती है कि धानचट्टानी का उक्त पी एच सी अगले 3-4 माह में MAHE द्वारा शुरू कर दिया जाएगा, बशर्ते सभी कानूनी प्रक्रियाएं जल्द पूरी करा दी जाएं।