Jamshedpur,18 Dec: मानगो में निर्माणाधीन पानी टंकी के काम की गति इतनी धीमी है कि कछुआ चाल कहना भी कम पड़े । तीन वर्षों से अधिक समय से बन रहे यूको बैंक मानगो के बगल में पानी टंकी का मुआयना कर भाजपा नेता विकास सिंह ने यह बात कही। । विकास सिंह ने कहा झारखंड सरकार और विभाग की उदासीनता के कारण तीन वर्षों से मानगो यूको बैंक बगल में टंकी नंबर एक के दूसरे भाग की टंकी का निर्माण कछुए की चाल से भी कम गति से चल रहा है, जबकि टंकी नंबर एक से जुड़े अति घनी आबादी वाला क्षेत्र जल संकट से जूझ रहा है । मानगो के दाईगुट्टू, कुंवर बस्ती गुरुद्वारा रोड ,पंजाबी लाइन, पोस्ट ऑफिस रोड,उलीडीह, चूना शाह कॉलोनी, गौड़बस्ती, आदि क्षेत्रों में न तो पानी का प्रेशर रहता है , न ही लोगों को जरूरत के अनुसार पानी मिलता है ।लगभग पचास हजार की आबादी टंकी नंबर एक पर जो गांधी मैदान में स्थित है निर्भर है ।लोगों की तकलीफ देखते हुए तत्कालीन सरकार ने योजना को मंजूरी दी थी। अक्टूबर 2018 में जनप्रतिनिधियों द्वारा इसका भूमि पूजन कर काम की शुरुआत कराई गई थी। मौके पर उपस्थित अभियंताओं ने बताया था कि एक वर्ष में टंकी का काम पूरा कर दिया जाएगा। टंकी बनाने के लिए जगह नहीं मिलने के कारण यह योजना पहले ही विलम्ब की मार खा चुकी है। दो वर्ष बाद शिलान्यास हुआ था ।तत्कालीन सरकार द्वारा वन विभाग से जमीन अधिग्रहण कर दूसरी टंकी का निर्माण करने के लिए पेयजल स्वच्छता विभाग को दिया गया था । 3 वर्ष से अधिक समय योजना के शिलान्यास का बीत गया है। आज लगता है योजना की मोनेट्रिंग करने वाला कोई नहीं है। योजना और कितने दिन में पूरी होगी ,इसकी कोई गारंटी नहीं है । भाजपा नेता विकास सिंह ने कनीय अभियंता पंडित महतो को दूरभाष पर मामले की जानकारी दी तो पता चला उनको यह भी नहीं मालूम कि योजना का शिलान्यास कब हुआ । कनीय अभियंता ने बताया कि संवेदक को पत्राचार किया गया है ।विकास सिंह ने कहा कि लोगों की तकलीफ अब देखी नहीं जा रही है ।लोगों को पानी की किल्लत हो रही है ।जाड़े के बाद गर्मी में लोग पानी के लिए परेशान ना हो,इसलिए जल्द मामले को मुख्यमंत्री के पास लेकर जाएंगे। विकास सिंह ने कहा पेयजल स्वच्छता विभाग के सचिव को ईमेल और पत्राचार के माध्यम से पूरी जानकारी दी जाएगी। फिर भी अगर काम में तेजी नहीं आएगी तो कार्यपालक अभियंता के कार्यालय में तालाबंदी की जाएगी। विकास ने तंज किया झारखंड में इस तरह लोग पेयजल के लिए परेशान हैं और सरकार के मंत्री कार्ड पर नाम नहीं छपने पर आपस में उलझ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं लेकिन वे इस ज्वलन्त मुद्दे से अनभिज्ञ होकर कभी टाटा कंपनी से हिसाब चुकता करना चाहते हैं तो कभी झामुमो से दो दो हाथ करके अपना महत्व साबित करने में लगे रहते हैं। उन्हें इस टंकी के निर्माण की गति को देखने के लिए निरीक्षण का कब समय मिलेगा, स्थानीय वाशिंदे यह जानना चाहते हैं।