चैम्बर के नेतृत्व में व्यापारिक संगठनों का आंदोलन जारी
जमशेदपुर, 16 फरवरी (रिपोर्टर): सरकार की ओर से मंंडी पर दो प्रतिशत बाजार शुल्क लागू करने के कारण खाद्यान्न व्यापारियों की आलू , प्याज व खाद्यान्न सामग्री की आवक जावक की अनिश्चितकालीन हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही जिससे मंडी में सन्नाटा पसरा रहा. वहीं हड़ताल का असर अब लोगों के घरों तक पहुंचने लगे हैं. खाद्यान सामग्री महंगी होने लगी, आलू प्याज भी महंगे होने लगे. फलों के दाम भी बढऩे लगे हैं. शनिवार को शिवरात्रि है जिससे दो दिनों में फल की कीमतों को और अधिक बढ़ोतरी होने की संभावना बढ़ गई है.
राज्य सरकार से मंंडी पर दो प्रतिशत बाजार शुल्क वसूली का कानून लागू कर दिया है जिसका सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के नेतृत्व में व्यापार मंडल, कोल्हान राईस मिल एसोसिएशन, फ्लावर राईस मिल एसोसिएशन, आलू-प्याज थोक विके्रता संघ, फल विक्रेता संघ व अन्य खाद्यान्न व्यवसासी संघ की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू हो गई है. व्यापारियों ने कृषि उपज व पशुधन पर लगाए गए दो प्रतिशत बाजार शुल्क के विरोध में बाहर से खाद्यान्न सामग्री, आलू प्याज, फल को लाना बंद कर दिया जिससे बाजार में इन चीजों की कीमतों में बढ़ोतरी होने लगी है. दूसरे दिन भी हड़ताल लगातार जारी रहा. मंडी में सन्नाटा पसरा रहा. बाहर से सामग्रियों का आना बंद है.
————
चैम्बर ने की कोल्हान के विधायकों से कानून वापस कराने की मांग
सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष विजय आनंद मूनका के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल पोटका के विधायक संजीव सरदार, ईचागढ़ की विधायक सविता महतो व जुगसलाई के विधायक मंगल कालिंदी से मिलकर ज्ञापन सौंपा. उनसे सरकार के मंडी पर दो प्रतिशत बाजार शुल्क के काननू को वापस कराने की मांग की. चैम्बर अध्यक्ष विजय आनंद ने कहा कि जनविरोधी बिल को वापस कराने के लिए लगातार प्रयासरत है और कोल्हान के जनप्रतिनिधि विधायकों से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपकर इस कानून से व्यापारी, आम जनता व सरकार को होने वाला फायदा व घाटा से अवगत करा रहे हैं. इस मौके पर चैम्बर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका, महासचिव मानव केडिया, उपाध्यक्ष दिलीप गोलेच्छा, सचिव अनिल मोदी, पीयूष चौधरी, भरत मकानी, कोषाध्यक्ष किशोर गोलछा, पवन नरेड़ी आदि मौजूद थे.