नई दिल्ली। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़ा के सचिव महंत नरेंद्र गिरि की मौत की जांच एसआईटी करेगी। कल जब नरेन्द्र गिरि की मौत की खबर आई तो सन्न रह गए। खबरों में आया कि महंत नरेन्द्र गिरि ने आत्महत्या कर ली। ्रष्ठत्र, लॉ एंड ऑर्डर, प्रशांत कुमार ने बताया कि (शिष्य) आनंद गिरी के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसका नाम महंत नरेंद्र गिरी की मौत के मामले में सुसाइड नोट में भी है।
इस मामले में रोजाना आती नई थ्योरी मामले को उलझा रही है। खबरों में आ रहा है कि सीडी को लेकर नरेन्द्र गिरि को ब्लैकमेल किया जा रहा था। इस मामले में सपा के एक नेता का नाम भी आ रहा है।
मामले की जांच के लिए डीएसपी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है, जो सुसाइड के अलावा हत्या के एंगल से भी जांच करेगी। पुलिस को घटनास्थल से 8 पन्ने का सुसाइड नोट मिला था। इसमें उनके शिष्य आनंद गिरी के अलावा लेटे हुए हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या तिवारी और उनके पुत्र संदीप तिवारी का भी नाम था. जिसके बाद पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है।
प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 5 सदस्यीय टीम महंत नरेंद्र गिरी के शव का पोस्टमार्टम की कार्रवाई संपन्न करेगी। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की कथित आत्महत्या के मामले में पुलिस ने उनके शिष्य आनंद गिरी को हिरासत में लिया है। आनंद गिरी को उसी दिन पुलिस हिरासत में लिया गया था।
इस बीच उनके चेले आनंद गिरि को यूपी पुलिस हरिद्वार से प्रयागराज ले आई है। आनंद से पुलिस लाइन में पूछताछ की जा रही है।
बता दें सोमवार को प्रयागराज के बाघंबरी मठ में नरेंद्र गिरि का शव संदिग्ध हालत में लटका मिला था। उनके सुसाइड नोट में आनंद गिरी का जिक्र है। इसलिए उत्तराखंड पुलिस ने आनंद गिरि को हरिद्वार में गिरफ्तार कर लिया था। उसके बाद यूपी पुलिस की टीम भी हरिद्वार पहुंच गई थी।
सुसाइड नोट में नरेंद्र गिरि के हवाले से लिखा गया है कि एक महिला से जोडक़र उनका वीडियो वायरल किए जाने का धमकी दी जा रही थी। इसके चलते उन्हें यह कदम उठाना पड़ रहा है। लेटर में आनंद गिरि, आद्या तिवारी, संदीप तिवारी का जिक्र किया है। उन्हें आत्महत्या के लिए जिम्मेदार बताया है।
क्या लिखा है सुसाइड नोट में पढेें-
मैं महेंद्र गिरि, आज मेरा मन आनंद गिरि के चलते बहुत विचलित हो गया है। आनंद गिरि मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। आज जब मुझे सूचना मिली है कि हरिद्वार से कम्प्यूटर के जरिए आनंद गिरि लडक़ी की तस्वीर लगाकर मेरा कोई वीडियो वायरल करने जा रहा है, तौ मैं सोच रहा हूं कि मैं कहां जाऊंगा, यदि ऐसा हो गया तो। किस किस को सच बताऊंगा। इसलिए ये कदम उठाने जा रहा हूं। मैं जिस पद पर हूं, यदि मेरा वीडियो वायरल हो गया तो मैं जिस समाज से जी रहा हूं, कैसे लोगों के सामने आऊंगा।
इससे अच्छा, मेरा मर जाना है। इससे दुखी होकर मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं। मेरी मौत का जिम्मेदार आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी, संदीप तिवारी की होगी। इन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।ये भी लिखा है गया कि 13 सितंबर को भी उन्होंने सुसाइड के लिए कदम उठाना चाह रहे थे। लेकिन हिम्मत नहीं जुटा पाया।
मेरी आखिरी ख़्वाहिश है कि जिस तरह से इस गद्दी पर रहते मैंने गरिमा का ख्याल रखा है। मैं चाहता हूं कि उसी तरह जो आगे जो नया व्यक्ति इस गद्दी को संभाले, उसका ख्याल रखे।