Chennai,26 April: मद्रास उच्च न्यायालय ने आज चुनाव आयोग की बेहद कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि कोरोना फैलाने के लिए इसके अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज होने चाहिए। चुनाव आयोग ने किसी गाइड लाइन का पालन नही कराया। उच्च न्यायालय ने कहा क्या चुनाव आयोग किसी और ग्रह पर रहता है ? न्यायालय ने कहा 2 मई को कॉउंटिंग रोक देना चाहिए। पिछले दिन चुनाव आयोग पर पश्चिम बंगाल उच्च न्यायालय ने भी कड़ी टिप्पणी की है।
लम्बे समय के बाद सत्ता और संवैधानिक संस्थाओं की करतूतों को लेकर अदालत गम्भीर हुई है । ऐसे लोगों को कोर्ट ने आईना दिखाया है और कहा है हम आपको बख्शने नहीं जा रहे हैं।
मद्रास हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजीव बनर्जी ने सोमवार को कहा कि देश में जब कोरोना की दूसरी लहर चल रही है,लोग तड़प रहे हैं ,सांसें टूट रही हैं, लेकिन आपलोग चुनावी उत्सव मना रहे हैं?
उन्होंने स्पष्ट किया आपलोग मौन रहे और रैलियों में लाखों लोग जुटते रहे। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के अधिकारियों पर सुनियोजित मर्डर का केस चलना चाहिए। यह सुनियोजित गणहत्या है।
उन्होंने इ सी से पूछा कि आपलोग किस लोक में रहते हैं? क्यों आम लोगों को मौत के मुंह में धकेल दिए? संवैधानिक संस्था की पूरी जिम्मेवारी तिलांजलि दे दी?
उन्होंने कहा कि मतगणना का इंतजाम बताएं अन्यथा मतगणना रोकने को बाध्य होंगे। मुख्य नतायाधीश ने कहा कि लोक हैं तभी तंत्र है। लोगों की जान की शर्त्त पर चुनाव नहीं हो सकता है।
कौन हैं संजीव बनर्जी?
2 नवम्बर 1960 को जन्मे संजीव बनर्जी कोलकाता विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीजी की डिग्री हासिल किए। कोलकाता हाइकोर्ट के अलावा सुप्रीम कोर्ट में भी उन्होंने वकालत की । कई चर्चित मुकदमों के साथ उनका नाम जुड़ा। बाद में वे कोलकाता उच्च न्यायालय में जज बने।