चांडिल : नीमडीह प्रखंड अंतर्गत रघुनाथपुर में तीन दिवसीय लोकसांस्कृतिक मेला के अंतिम दिन सोमवार को जनसैलाब उमड़ी। मेला में झारखंड, पश्चिम बंगाल व ओड़िशा से काफी संख्या में संस्कृति प्रेमी उपस्थित हुए। इस अवसर पर झारग्राम के झुमुर नृत्य दल ने झुमुर संगीत व लोकनृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का उदघाटन मुख्य अतिथि आजसू के केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो ने फीता काटकर किया। मेला प्रेमियों को संबोधित करते हुए हरेलाल महतो ने कहा कि संस्कृति झारखंडियों की पहचान है। उन्होंने कहा कि संस्कृति से ही किसी भी क्षेत्र के लोगों का पहचान होती है। नृत्य-गीत लोकसंस्कृति का प्राचीन अंग है। इसके माध्यम से लोग मनोरंजन द्वारा तनावमुक्त रहने का प्रयास करते हैं। मेला कमिटी के अध्यक्ष ग्राम प्रधान वैद्यनाथ महतो ने कहा कि वर्तमान समय में गीत संगीत मनोरंजन का मुख्य विधा है। गीत संगीत से मानसिक-शारीरिक तनाव दूर होती है। उन्होंने कहा कि मेला सामाजिक सद्भावना संगम है। इसमें विभिन्न समुदायों में भाईचारा बढ़ती है। इस अवसर पर मेला के संचालक अमूल्य महतो, निखिल रंजन महतो, नीमडीह के प्रमुख असित सिंह पात्र, मुखिया प्रतिनिधि सुभाष सिंह व वरुण सिंह, लक्ष्मीकांत महतो, श्यामल महतो,बादल महतो, तपन महतो, रमापति महतो, हाकुम कुमार आदि उपस्थित थे।