Jamshedpur,24 Nov : झारखंड INTUC प्रदेश अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर स्थानीय उद्योगों को चलाने के मार्ग में रोड़ा डालने और तरह तरह के आंदोलनों से कामकाज बाधित करने पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। श्री पांडेय ने लिखा है कुछ दिनों पूर्व जिस तरह से जमशेदपुर की विभिन्न कंपनियों के प्रवेश द्वार पर और कारखानों के भीतर मजदूरों एवं अन्य कर्मचारियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा , जिस तरह से अपनी ड्यूटी खत्म होने के बाद भी कर्मचारियों को अंदर ही एक तरफ से बंधक बना दिया गया, उन्हें निकलने नहीं दिया गया, कुछ कंपनियों में मजदूरों को खाने-पीने के सामानों की आवाजाही बाधित होने के कारण भूखे रहना पड़ा,उससे लोगों के मन में भय का माहौल बन गया जो निस्संदेह बहुत ही चिंता का विषय है। अब ऐसा सुनने में आ रहा है कि कुछ दिनों बाद सभी कंपनियों के रॉ मैटेरियल्स की आवाजाही को बाधित कर कंपनियों की उत्पादकता/ प्रोडक्शन को प्रभावित करने का प्रयास किया जाएगा जो मजदूर- कर्मचारियों की आजीविका पर प्रहार होगा।
श्री पांडेय ने कहा है यह समझ में नहीं आ रहा है कि आपने कुछ दिन पूर्व ही दिल्ली में इन्वेस्टर मीट में उद्यमियों का झारखंड प्रदेश में निवेश करने का आह्वान किया था, परंतु कैसे उसी झारखंड में सदियों से स्थापित एवं सुचारू रूप से संचालित एवं राज्य और देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाली कंपनियों को इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।
यह बहुत ही चिंता का विषय है ।जैसा कि आप भी जानते हैं कि कोरोना संक्रमण के बाद विश्व की बड़ी-बड़ी कंपनियां जो चीन में स्थापित थी वहां से किसी दूसरे देश में शिफ्ट करना चाह रही हैं और हमारा देश भारत ऐसी कंपनियों की पहली पसंद है, परंतु चीन ऐसा नहीं चाह रहा है ।इसी वजह से वह भारत को अशांत देश की छवि बनाने का प्रयास कर रहा है। कुछ महीने पहले बेंगलुरु में नोकिया कंपनी की अनुषंगी इकाई में दक्षिणपंथी यूनियन के कार्यकर्ताओं द्वारा तोड़फोड़ कर करोड़ों की संपत्ति का नुकसान भी कुत्सित प्रयासों की एक झलक थी । ऐसी स्थिति में हम सभी झारखंड वासियों, राष्ट्र प्रेमी भारतीयों का दायित्व बनता है कि हम अपने देश की अच्छी छवि बनाने में मदद करें ताकि ज्यादा से ज्यादा निवेश हमारे देश, हमारे राज्य में आ सके और नौजवानों / नवयुवतियों को रोजगार मिल सके । परंतु जमशेदपुर में पिछले दिनों जिस तरह की घटनाएं हुई उससे चीन के कुत्सित प्रचार को मदद मिलेगी जो देशहित और राज्यहित में नहीं है।