झुमरीतिलैया। जिले के बांझेडीह स्थित कोडरमा ताप विद्युत केंद्र बांझेडीह में शुक्रवार को झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद द्वारा आयोजित जनसुनवाई में दो पक्षों में झड़प हुई बल्कि धक्का मुक्की भी हुई। इस दौरान जहां कई लोगों ने पावर प्लांट की क्षमता बढ़ाने का विरोध किया, वहीं कुछ लोगों ने इसका समर्थन किया और कहा कि प्रदूषण को दूर करते हुए नए इकाई को लगाया जाए। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डीएलओ कोडरमा गौरांग महतो एवं संचालन मुख्यालय डीवीसी के विनोद राय ने किया। महाप्रबंधक सह परियोजना प्रधान दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि जमशेदपुर से बड़ा औद्योगिक क्षेत्र कोडरमा बनेगा। अभी 1000 मेगावाट से बढ़ाकर 2600 मेगावाट की नई इकाई लगायी जाएगी। इस दौरान जिला परिषद सदस्य महादेव राम ने कहा कि जिनकी जमीन जाएगी, उसे डीवीसी नौकरी देने पर विगत जनसुनवाई में निर्णय लिया गया था। लेकिन नौकरी नहीं देकर कुछ लोगों को पेंशन दिया जा रहा है। प्रदूषण बोर्ड से कहना चाहता हूं कि यहां के नाली प्रदूषित कैसे हुआ जवाब देना चाहिए। डहुआटोला, करियांवा, सिंगारडीह, गांधीनगर आदि गांव के आंगन में डस्ट जम जाता है इसका जवाब देना चाहिए। इस जनसुनवाई का हम विरोध करते हैं।
मुखिया श्याम देव यादव ने कहा कि झारखंड राज्य प्रदूषण का कार्यालय कोडरमा जिला में खोला जाए। लेबर इंस्पेक्टर कार्यालय खोला जाए, प्लांट का विस्तार हो लेकिन विस्थापितों का मामला का भी समाधान हो। पूर्व मुखिया रविशंकर यादव ने कहा कि विस्थापितों के लिए केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय खुलने चाहिए लेकिन डीवीसी ऐसा नहीं कर विधायक मनीष जायसवाल का निजी स्कूल खुलवाया है। वहां विस्थापित परिवार के कितने बच्चे पढ़ते हैं, डीवीसी को जवाब देना चाहिए। करियावा निवासी पोखराज राणा ने कहा करियावा में गर्मी के दिनों में छाई उड़ता है, ऐश पौंड का पानी कैसे रुकेगा, प्रदूषण विभाग को बताना चाहिए। साल 2017 में डीवीसी चेयरमैन के साथ सांसद रवींद्र राय, विधायक जानकी प्रसाद यादव, उपायुक्त के समक्ष बैठक किया था। 10 सूत्री मांग पर सहमति बना, इसके बाद भी ऐश पौंड निर्माण को लेकर डीवीसी लाठी चार्ज किया, मुकदमा किया और हम लोग जेल भी गया। ऐश पौंड से जो दूषित पानी रिस कर कुआं, तालाब, खेतों चापाकल में जा रहा है उसे रोका जाए। विजय पासवान ने कहा कि 1587 परिवार का जमीन डीवीसी लिया है और 100 विस्थापित परिवार को ठेकेदार के अंदर काम मिला है। डीवीसी विस्थापितों को डीवीसी में नौकरी दे, नया प्लांट लगे, इसका समर्थन करता हूं। वहीं पूर्व मुखिया लक्ष्मण यादव ने कहा कि झारखंड राज्य प्रदूषण का विरोध सांसद विधायक नहीं करते हैं। सांसद विधायक को 50-60 करोड़ का ठीका मिल जाता है, ये लोग चुप हो जाते हैं। अन्य कई लोगों ने अपनी बात रखी।
कई लोग थे मौजूद
कार्यक्रम में झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड हजारीबाग के जितेंद्र प्रसाद सिंह, झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मुख्यालय रांची के परामर्श कार्यकारी कुमार मणि भूषण, मुख्यालय डीवीसी कोलकाता के निदेशक काजल बनर्जी, ईआईए कोलकाता वेंकटेश, निदेशक भूमि संरक्षण व परियोजना प्रधान संजय कुमार, डीजीएम हरिश्चंद्र सिंह, वरीय महाप्रबंधक अरुण मित्रा, महाप्रबंधक मानस मंडल, महा प्रबंधक अभय श्रीवास्तव, महा प्रबंधक संजय कुमार सिंह, एच आर नरेश शाह, प्रभु महतो, सुधीर कुमार, सतर्कता विभाग नवीन कुमार, विजय राणा सहित कई डीवीसी कर्मी मौजूद थे।
जनसुनवाई कार्यक्रम में मुख्य रूप से विधायक अमित कुमार यादव, पूर्व विधायक जानकी प्रसाद यादव, जिला परिषद उपाध्यक्ष निर्मला देवी, भाजपा नेता सुरेश यादव, मीणा साव, विस्थापित युवा नेता उमेश यादव, अरुण यादव, मुखिया संजय साव, पंचायत समिति सदस्य सुरेंद्र राणा, जेएमएम जिला सचिव छोटू यादव, वीरेंद्र यादव, राजेंद्र सिंह, मनोज सिंह, अवित सिंह, महेश यादव, महेश सिंह, उमेश यादव, बलराम राणा, मुन्ना यादव, शिवकुमार यादव सहित सैकड़ो के संख्या में लोग मौजूद थे।
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मंच पर हुई झड़प, मची अफरा तफरी
जन सुनवाई के दौरान मंच पर विधायक अमित कुमार यादव एवं पूर्व विधायक जानकी प्रसाद यादव के समर्थको के बीच झड़प, धक्का मुक्की हुई। इस बीच थाना प्रभारी राजेंद्र कुमार राणा ने मंच पर चढ़कर कहा कि आप लोगों ने शांति नहीं बनाया तो मैं कार्रवाई करूंगा। थाना प्रभारी के हस्तक्षेप के पश्चात मामला शांत हुआ। इस दौरान विस्थापित युवा मोर्चा के नेता उमेश यादव ने कहा कि विधायक एवं पूर्व विधायक का एक बित्ता जमीन प्लाट में नहीं गया है, ये लोग रंगबाजी नहीं करें, यहां के नौजवानों को लड़ाना बंद करें।