मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन , केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने दी खरसावां शहीदों को श्रद्धांजलि, अनेक घोषणाएं भी

खरसावां शहीदों को नमन करने झुके हजारों शीश
दी गई अश्रुपूर्ण श्रद्वाजंलि, लिया गया विकास का संकल्प,
आश्रितों को नौकरी में मिलेगा पांच प्रतिशत आरक्षण-हेमंत सोरेन
खरसावां
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि विगत बीस वर्षो में शहीदों की पहचान को लेकर सिर्फ खानापूर्ति हुई है। इसके बाद हम लोगों ने आन्दोनकारी आयुक्त को थोडा सा नये सिरे से कार्य कराना प्रारंभ किया है। जंहा शहीदो की पहचान करने और शहीदों के आश्रितों को पेशन देने के साथ साथ खरसावां गोलीकांड के शहीद आश्रितों सहित पूरे झारखंड के शहीदों आश्रितों को नौकरी में पांच प्रतिशत आरक्षण दिये जाने का निर्णय लिया है। ये बाते खारसावां के बीर शहीदों को श्रद्वांजलि अप्रित करने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए बोल रहे थे। श्री सोरेन ने कहा कि झारखंड में शहीद स्मारक बनाया जायेगा और शहीदों के प्रति जो भी आभार प्रकट कर सरकार आगे बढ़ेगी। निश्चित रूप से आज खरसावां के शहीदों को नमन करने की हुजूम लगती है। ये खरसावां शहीद स्थल एक स्मारक और प्रर्यटक स्थल के रूप में विकसित होगा। जिससे आने वाले पिढी दर पीढी देखकर प्रेरणा ले। प्रतिवर्ष की भाति इस वर्ष भी लम्बे समय से खरसावां के शहीद को श्रद्वाजंलि देने आते है। आदिवासी समुदाय हमेशा से संघर्षरथ रहा है। आज कही ना कही उन सघर्ष का यह प्रदेश पहचान है। उन्होने कहा कि पूरे राज्य, पूरे कोल्हान से यहा पर लोग आते है।
शहीद पार्क में होगे 16.50 करोड़ खर्च-मुख्यमंत्री
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि खरसावां शहीद शहीद स्थल को एक प्रर्यटकीय विकास के लिए सरकार ने निर्णय लिया है। इसके तहत सरकार ने खरसावां शहीद पार्क के लिए 16.50 करोड खर्च की स्वीकृति दी है। जिसके तहत खरसावां शहीद पार्क को एक इंटरनेशनल स्टैंडर्ड पर टूरिझम पाॅइंट बनेगा। जिसमें ऑडिटोरियम, गेस्ट हाउस, लाइब्रेरी, म्यूजियम, पार्किंग, 25 दुकानों का एक मार्केट कंपलेक्स, स्टॅचू, दो भव्य स्वागत द्वार, फाउंटेन, लाईटिंग की व्यवस्था होगी।

हमारी श्रद्वाजंलि राजनीतिक दृष्टि नही बल्कि भविष्य के युग
दुरस्त के रूप में अपनी भुमिका सुनिश्चित करेगे-अर्जुन
भारत सरकार के जनजातीय केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि हमरारे पूर्वजों ने अपने खून से खीचकर इतिहास बनाया है। उसकी कुर्बानी, उनकी शहीदी, उनका बलिदान हमेशा जनजातीय सुमदाय याद रहेगा। शहीद स्माधि से पे्ररणा मिलती है। हमेशा संकल्पवध होते है। ये बाते खरसावां के बीर शहीदों को श्रद्वांजलि अप्रित करने के बाद बोल रहे थे। उन्होने कहा कि शहीद स्थल की जो पवित्रता है। ना केवल हमारी औपचारिक रूप से फुल अर्पित करने का नही है, बल्कि हृदय के भाव से एक संक्लप के साथ भविष्य निर्माण करने में हम अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाया। अच्छी शिक्षा करे, अच्छी प्रतिस्पधा करे और देश में एक अपनी भुमिका सुनिश्चित करे। भविष्य निर्माण के लिए हमें शिक्षित होना जरूरी है। हमें ज्ञान आधिरित तरीके से आगे बढ़ना निहायत जरूरी है। श्री मुड़ा ने कहा कि हम सब मिलकर संकल्प ले कि आज आदिवासी समाज पूर्ण रूप से शिक्षित हो स्वरूप हो और अपने मौलिक अधिकारों के साथ-साथ जल, जंगल, जमीन के अपने अस्तिव, अस्मितता, सांस्कृतिक विरासत के भाषा पंरपरा के तौर तरीके लगातार अपने परिचय के साथ संघर्ष किया है। अग्रेजो की गुलामी से मुक्त होकर हम संक्लप ले। सबका साथ, सबका बिकास के साथ सबके विश्वास और सबके प्रयास के साथ आत्मनिर्भर भारत बनाएगे। आज अगर हम यह श्रद्वाजंलि अर्पित करने आए है तो हमारा समाज आत्मनिर्भर बने। उनके जो मुलभूत जीवन प्रद्वति है उसका उदेश्य अतुल रहे। श्री मुंड़ा ने कहा कि वन कानून कों झारखंड में भी गति देना चाहिए। वन कानूल के तहत जनजातीय समुदाय को पूरा अधिकार देती है। शिक्षा पद्वति के व्यवस्था में हमस ब पीछे चल रहे है।
जनजातीय स्टूडेंट को 10 से 60 लाख मिलेगा स्काॅलरशिप-मुंड़ा
भारत सरकार के जनजातीय केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि हमारा जनजातीय मंत्रालय के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में आवासीय विधालय खोलने का कार्य प्रारंभ किया है। वही इसके साथ साथ बडी संख्या में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गुणवत्ता आधारित शिक्षा प्राप्त हो। ओवरसीज लेवन में स्काॅलरशिप प्रारंभ किया है। जिसके माध्यम से 10 लाख से 60 लाख तक राशि विद्यार्थियों उपलब्ध कराते है। वहा स्काॅलरशिप के माध्यम से किसी भी शिक्षा संस्थान में शिक्षा ग्रहण कर सकेगे। उन्होने कहा कि पूरे देश भर में 10 करोड जनजातीय समाज के लोग रहते है। सिर्फ झारखंड में 90 लाख आदिवासी जन समुदाय रहते है। पूरे देश में आदिवासी सशक्त हो, देश के सांस्कृति विरासत सशक्त हो, शिक्षा और स्वास्थ के प्रति जागरूकता हो, इसे लेकर भावी पीढी, ज्ञान आधारित पीढ़ी, बनाने में प्रमुख भूमिका निभाई है।
शहीदों से मिलती है विकास की प्रेरणा-मधु कोड़ा
झारखंड के पुर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनी है। उनके घोषणा पत्र में शहीदों के सम्मान देने की बात है। अब सरकार खरसावां सहित अन्य क्षेत्र के बीर शहीदों का सपना पूरा करने का काम करेगी। उन्होने कहा कि शहीदों को नमन करने से विकास के लिए प्रेरणा मिलती है। उनके बलिदान के कारण ही हम आज गरिमामय जीवन व्यतीत कर रहें है। उन्होने नये साल में सबके लिए खुशहाली की कामना की।
शहीदों के सपने को पूरा कर दे सच्ची श्रद्वाजंलि-सासंद
पश्चिमी सिहभूम सांसद गीता कोड़ा ने खरसावां के बीर शहीदो को नमन करते हुए कहा कि शहीदों के सपने को पूरा कर सरकार उन्हे सच्ची श्रद्वाजंलि दे। जल, जंगल, जमीन का अधिकार हो, झारखंड के आदिवासी और मुलवासियों को मान सम्मान मिले। सरकार शहीदों के उम्मीदों पर काम करे।
खरसावां झारखंड के शहीदों की धरती है-बन्ना
झारखंड सरकार के स्वास्थ मंत्री बन्ना गुफ्ता ने कहा कि खरसावां झारखंड के शहीदों की धरती है। शिबू सोरेन की धरती है। जिन्होंने जल, जंगल, जमीन की लड़ाई लडकर प्राप्त किया है। उन्होने परिवार सुख त्याग कर झारखंड आन्दोलन की लडाई लडी है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कुर्सी की नहीं बल्कि झारखंड के गरीब जनता की विकास की सोच है।
खनिज संपदा से भरी झारखंड फिर भी जनता है गरीब-चंपाई
झारखंड सरकार के मंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि झारखंड प्रदेश गरीब नही है। खनिज संपदा से भरा है। इसके बावजूद जनता गरीब है। सरकार से जल्द ही जमीन पर विकास दिखेगा। जो झारखंड के जनमानस के अनुसार काम किया जायेगा। लोगों को रोजगार, शिक्षा मिलेगा।
हेंमंत सरकार झारखंड हित में करेगा काम-गागराई
खरसावां विधायक दशरथ गागराई ने कहा कि जनता ने कई उम्मीद और विश्वास के साथ झारखंड में हेमंत सरकार जनता ने बनाई है। मुझे पूरा विश्वास है कि हेमंत सरकार झारखंड हित में काम करेगी। साथ ही झारखंड को विकास की नई दिशा के पथ ले जाने की काम करेंगे
शहीदों का सपना होगा पुरा-सुखराम
चक्रधरपुर विधायक सुखराम उराव ने खरसावां की शहीदों को नमन करते हुए कहा कि शहीद आत्माशांति के लिए में भगवान से प्रार्थना करते हुए कहा कि लगता है शहीदो की आत्मा ईधर-उधर भटक रही है। आज उनका सपना पूरा होने की उम्मीद है। जो हेमंत सरकार पूरा करेगे। खरसावां के शहीदो के आश्रितों को मान-सम्मान मिले और झारखंड आंदोलनकारियों की पेंशन देने की मांग की गई। साथ ही खरसावां गोलीकांड के दस्तावेजों को खोजने की मांग की गई। स्थानीय नीति का सशोधन करने की मां की गई।
आदि विज्ञान संस्थान ने किया दिरी दुल सुनुम
आदि संस्कृति एवं विज्ञान संस्थान सरायकेला खरसावां के द्वारा खरसावां शहीद स्थल पर दिरी दुल सुनुम का आयोजन किया। घंटो पारंम्परिक ढग से शहीद बेदी पर पूजा अर्चना की गई। इसके साथ ही वीर शहीदों की याद में आंसू बहाए गए। इस दौरान विधायक सुखराम उरांव, विधायक दशरथ गागराई दामोदर हांसदा, दीप नारायण बांदिया, गुरूचरण बाकिरा, मंगल सिंह दिग्गी, सहित समाज के लोग व स्कुली विधार्थी भी दिरी दुल सुनुम में शामिल हुए।
हो समाज ने किया दुलु सुनुम का आयोजन
आदिवासी हो समाज महासभा के द्वारा खरसावां शहीद स्थल पर दुलु सुनुम का आयोजन किया। घंटो पारंम्परिक ढग से शहीद बेदी पर पूजा अर्चना की गई। इसके साथ ही वीर शहीदों की याद में आंसू बहाए गए। थे।
इन्होने दी शहीदो को श्रद्वाजंलि
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, केन्द्रीय मंत्री मुख्यमंत्री अर्जुन मुण्डा, पूर्व मुख्यमंत्री मंधु कोड़ा, मंत्री चंपाई सोरेन, मंत्री बन्ना गुफ्ता, मंत्री जोबा माझी, सासंद गीता कोड़ा, विधायक दशरथ गागराई, विधायक सुखराम उरावं, विधायक दिपक बिरूवा, विधायक सविता महतो, विधायक निरल पुर्ति, पूर्व मंत्री बडकुवर गागराई, पुर्व विधायक मंगल सिंह सोय, पुर्व विधायक शशीभूणष सामड,पूर्व विधायक लक्ष्मण टूडू, रानी हेम्ब्रम, अमरप्रित सिंह काले, सुधीर मंडल आदि शामिल थे।

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