कांड्रा के रायपुर में हाथियों का तांडव, 1 ग्रामीण को मौत के घाट उतारा, 3 बच्चे बाल बाल बचे : कांड्रा – चांडिल मार्ग 4 घंटे तक बाधित

Seraikela,6 Aug: कांड्रा थाना अंतर्गत रायपुर में शुक्रवार सुबह जंगली हाथियों के एक झुंड ने जमकर तांडव मचाया और रायपुर निवासी कालीचरण मार्डी (55) को पटक-पटक कर मौत के घाट उतार दिया . मृतक के साथ बकरी के लिए पत्ता लाने जंगल गए 3 बच्चे मौके से किसी तरह भागकर जान बचाने में सफल रहे. शुक्रवार की सुबह कालीचरण अपने तीन नातियों के साथ रायपुर पहाड़ी के शेरघाटी के समीप जंगल में बकरी के लिए पत्ता लाने गए थे तभी उनका सामना जंगली हाथियों के झुंड से हुआ । सामने खड़ी मौत को देखकर सभी भयभीत हो गए। इस बीच कालीचरण ने तीनों बच्चों को मौके से भगाने की कोशिश की . बच्चे किसी तरह वहां से भाग कर अपनी जान बचाने में सफल रहे, लेकिन कालीचरण को हाथियों के झुंड ने घेर लिया और घटनास्थल पर ही उसे पटक-पटक कर मौत के घाट उतार दिया . बदहवास घर पहुंचे बच्चों ने इसकी सूचना परिजनों को दी. तब तक यह खबर जंगल में आग की तरह पूरे इलाके में फैल गई . काफी संख्या में ग्रामीण पहाड़ी के आसपास एकत्रित हो गए . ग्रामीणों ने इसकी सूचना झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष राम हांसदा को दी जिसके बाद वन विभाग के साथ-साथ कांड्रा थाना प्रभारी राजन कुमार को भी सूचना दी गई . सूचना पाकर स्थानीय पुलिस और वन विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे . वन विभाग के हाथी भगाओ दस्ते को भी तत्काल बुलाया गया .तब तक वह लोगों की काफी भीड़ जमा हो गई . हाथियों के आतंक और लोगों की भीड़ से कांड्रा – चांडिल मार्ग पर आवागमन लगभग 4 घंटे तक बाधित रहा . घटनास्थल पर पहुंचे सहायक वन संरक्षक पदाधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि इलाका पूरी तरह से जंगली झाड़ियों से ढका हुआ है, जिससे वन कर्मी जंगल के भीतर नहीं पहुंच पा रहे थे . बाद में एक जेसीबी मशीन मंगवा कर रास्ता बनाया गया और हाथियों को पीछे हटाया गया . इसके बाद मृतक की लाश को ग्रामीणों के सहयोग से लगभग 10 बजे घटनास्थल से बरामद कर उसे पोस्टमार्टम के लिए सरायकेला भेजा गया . स्थानीय पुलिस ने जमा भीड़ को भी तितर-बितर किया और आवागमन सामान्य बनाया . स्थानीय लोगों के मुताबिक पिछले 1 सप्ताह से अधिक समय से इस पूरे इलाके में हाथियों के झुंड को देखा जा रहा था . झुंड में हाथियों की संख्या लगभग 7 बताई जा रही है . शव मिलने के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने वन विभाग से मुआवजा दिलाने की मांग की, जिस पर सहायक वन संरक्षक पदाधिकारी ने नियमानुसार चार लाख रुपए की राशि परिजनों को यथाशीघ्र देने का आश्वासन दिया . जंगली हाथियों के झुंड द्वारा इस हृदय विदारक घटना को अंजाम दिए जाने के बाद आसपास के सभी ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत फैल गई . ग्रामीणों ने बताया कि वर्तमान में ग्रामीण खेती-किसानी में जुटे हैं . कई ग्रामीणों के खेत सघन जंगली इलाकों के आसपास अवस्थित है . ऐसे में उनके लिए ज्यादा खतरा उत्पन्न हो गया है . लोग अब अपने खेतों में भी जाने से डरने लगे है . लोगों ने प्रशासन और वन विभाग से हाथियों के झुंड को क्षेत्र से बाहर दूर खदेड़ने की मांग की है .

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