कश्मीरी विस्थापितों के पुनर्वास को लेकर मंथन

‘कश्मीरी विस्थापितों के पुनर्वास,’ विषय पर एक मीटिंग कश्मीर भवन अमर कॉलोनी दिल्ली में कश्मीरी समिति दिल्ली के अध्यक्ष सुमिर चरुंगू की अध्यक्षता में हुई।
बैठक में मुख्य अतिथि भारतीय जन महासभा के अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने कहा कि कश्मीरी पंडितों को कश्मीर घाटी से इस्लामी जिहादियों के द्वारा जबरन भगा दिया गया था। तब से लेकर आज तक किसी भी सरकार ने कश्मीरी हिंदुओं को फिर से बसाने पर कोई काम नहीं किया। आज भी यह विस्थापित हिंदू डरे व सहमें हुए है। इनको अन्यत्र कहीं बसाए जाने की आवश्यकता है।
मीटिंग में उपस्थित वक्ताओं ने अपने विचार रखे। जिसमें भारतीय जन महासभा के संरक्षक गंगा दीन जांगिड़, उपाध्यक्ष दीप शेखर सिंहल एवं महासचिव डॉ प्रतिभा गर्ग के अलावे कश्मीरी समिति के उपाध्यक्ष विजय बट्, भूषण लाल बट, सचिव अशोक त्रिशूल एवं टी एन गुर्टू के नाम सम्मिलित है।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे कश्मीरी समिति दिल्ली के अध्यक्ष सुमीर चरुंगू ने कहा कि कश्मीर घाटी में हिंदुओं का नरसंहार अभी भी जारी है। कल पूर्ण कृष्ण की हत्या हुई। पिछले 33 वर्षों से लगातार यह नरसंहार होता आ रहा है। कश्मीरी हिंदुओं की रक्षा भारत सरकार नहीं करेगी तो कौन करेगा?
बैठक में लगातार नरसंहार की घटनाओं को लेकर निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। केंद्र सरकार से मांग की गई है कि जेनोंसाइड बिल पास किया जाए। जो कश्मीरी विस्थापित कश्मीर क्षेत्र में सरकारी कर्मचारी हैं, उन्हें सुरक्षा दी जाए।
बैठक में निर्णय लिया गया कि भारत सरकार ने जल्द कदम नहीं उठाए तो बाध्य होकर जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।

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